मध्य प्रदेश में सोमवार को आठ लोकसभा सीटों पर मतदान होना है और इसके बाद राज्य की सभी 29 सीटों पर मतदान प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। सोमवार को होने वाले मतदान में सबसे आश्चर्यजनक बात सामने आई है कि इंदौर में प्रमुख विपक्षी राजनीतिक दल कांग्रेस से कोई प्रत्याशी नहीं होने के बाद भी यह सामने आ रहा है कि अब भाजपा का मुकाबला यहां प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में नोटा उभरकर आया है। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान सोमवार 13 मई को होने वाला है जिसमें मालवा और निमाड़ की आठ सीटें शामिल हैं। इनमें इंदौर, उज्जैन, देवास, मंदसौर, रतलाम-झाबुआ, धार, खरगोन और खंडवा सीटें शामिल हैं। 2019 में जिस तरह लोकसभा चुनाव में मंदसौर के किसान गोली कांड की वजह से यहां की सीटों पर कांग्रेस ने पूरी ताकत लगाते हुए विधानसभा चुनाव में लगाई थी और बड़ी बढ़त लेकर उसने मध्य प्रदेश में सरकार बनाई थी लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में इस क्षेत्र सहित प्रदेश में कांग्रेस साफ हो गई थी।
इंदौर के घटनाक्रम से कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता में हताशा
इस बार मालवा-निमाड़ के लोकसभा चुनाव में भाजपा का कांग्रेस से सीधा मुकाबला था लेकिन अप्रत्याशित रूप से इंदौर में राजनीतिक घटनाक्रम ऐसा घटा कि कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी ने नाम वापसी के अंतिम दिन कुछ घंटे पहले नामांकन पर्चा वापस ले लिया। इससे कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं में हताशा जैसी स्थिति बन गई और दूसरे चरण के मतदान कुछ दिन पहले हुई इस घटना का उस पर भी पड़ा। अब इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी नहीं होने के बाद भी भाजपा के लिए अभी चुनौती कम नहीं हुई है क्योंकि कांग्रेस ने चुनाव की दिशा मोड़कर नोटा के पक्ष में मतदान का अभियान चलाकर भाजपा प्रत्याशी के जीत के अंतर को रिकॉर्ड से दूर करने की कोशिश की है।
चौथे चरण में मतदान प्रतिशत पर नजर
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 में अब तक पहले चरण के 67.75 प्रतिशत मतदान को दूसरे और तीसरे चरण की वोटिंग ने पीछे नहीं छोड़ा है। दूसरे चरण में तो पहले चरण की तुलना में नौ फीसदी से ज्यादा कमी आई थी। हालांकि तीसरे चरण में इस कमी को मतदाताओं ने कुछ हद तक पूरी करने की कोशिश की और दूसरे चरण की तुलना में सात प्रतिशत ज्यादा मतदान हुआ। अब चौथे चरण में मतदान प्रतिशत पर सबकी नजर है क्योंकि भाजपा इस चुनाव में रिकॉर्ड मतों से अपने प्रत्याशियों की जीत के लिए काफी समय से अभियान चला रही थी।
भूरिया को चुनौती तो मिल रही तो ललवानी की जीत निश्चित दिख रही
मध्य प्रदेश की मालवा-निमाड़ की आठ लोकसभा सीटों पर होने जा रहे मतदान में रतलाम के कांतिलाल भूरिया को भाजपा के मंत्री नागर सिंह की पत्नी अनीता से चुनौती मिलती दिखाई दे रही है लेकिन इंदौर में भाजपा प्रत्याशी शंकल ललवानी की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है। धार में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार की प्रतिष्ठा राधेश्याम मुबेल की जीत-हार से जुड़ गई है तो निमाड़ में खंडवा सीट पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की प्रतिष्ठा पार्टी प्रत्याशी की जीत पर टिकी है।
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