Category Archives: आपकी आवाज, हमारी कलम

कांग्रेस में नेतृत्व बदलने के साथ निष्ठाओं का परिवर्तन, पढ़िये रिपोर्ट

मध्य प्रदेश कांग्रेस कई दशकों से गुटीय राजनीति से घिरी हुई है जिसमेें कई नेता अपने आकाओं को नेतृत्व बदलने के साथ बदलते आए हैं। इस बार भी विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद हाईकमान ने प्रदेश नेतृत्व की कमान बुजुर्ग कमलनाथ से युवा जीतू पटवारी को सौंपी तो निष्ठाओं को बदलने वाले नेता भी उसी रफ्तार के साथ परिवर्तित होते नजर आए। हमारे लिए वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र कैलासिया की रिपोर्ट।

मध्य प्रदेश कांग्रेस जिला अध्यक्षों-प्रभारियों की बैठक में नेता जिलों में संगठन नहीं था, इसलिए हारे चुनाव

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन को लेकर अब खुलकर नेता बोलने लगे हैं। जिला अध्य़क्षों-जिला प्रभारियों की बैठक में नेताओं ने कहा कि जिलों में संगठन नहीं था, इसलिए चुनाव हारे हैं। वहीं, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कमलनाथ करीब छह साल के कार्यकाल में संगठन बनाने के नाम पर बड़े नेताओं व कार्यकर्ताओं को व्यस्तताएं बताते रहते थे और अब नेताओं के आरोपों से धरातल की हकीकत सामने आ रही है। पढ़िये रिपोर्ट।

एमपी पीसीसी में जीतू पटवारी की बैठक के बैनर से दिग्विजय-कमलनाथ-पचौरी गायब, नाथ कार्यकारिणी भंग

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कमान जीतू पटवारी के संभालने के बाद प्रभारी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह की अध्यक्षता में जिला अध्यक्षों, जिला प्रभारियों की पीसीसी में हुई पहली बैठक में राज्य के दिग्गज नेताओं दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, सुरेश पचौरी सहित अन्य नेता बैनर से ही गायब कर दिए गए। वहीं, बैठक के बाद भंवर जितेंद्र सिंह ने कमलनाथ की प्रदेश कार्यकारिणी को भंग करने का ऐलान कर दिया। पढ़िये रिपोर्ट।

शिवराज से अलग मोहन कैबिनेट, अनुभवी-युवा, महिला-जाति का संतुलन

मध्य प्रदेश के डॉ. मोहन यादव सरकार के 28 मंत्रियों ने आज शपथ ली जिसमें अनुभवी और युवा नेताओं के साथ महिला व जातीय संतुलन दिखाया है। शिवराज सरकार के कुछ मंत्रियों को छोड़ा गया तो ज्योतिरादित्य समर्थक तीन मंत्री बनाए गए। पढ़िये रिपोर्ट।

मोहन यादव सरकार-कांग्रेस के सामने चुनौतियां, पुराने चेहरों से चलाएंगे काम या नए से बनाएंगे टीम

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा और कांग्रेस में युवा नेतृत्व को आगे लाने के फैसलों से डॉ. मोहन यादव सरकार और कांग्रेस में जीतू पटवारी के सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गईं हैं। यादव सरकार में मंत्रियों की टीम में नए और पुराने चेहरों के मिश्रण के समीकरण बैठाने पर मंथन जारी है तो जीतू पटवारी को महत्वपूर्ण पदों पर अनुभवी तो कदम मिलाकर काम करने के लिए युवाओं की टीम खड़ी करना है। पढ़िये रिपोर्ट।

शिवराज-इकबाल के पसंदीदा अफसरों पर गाज गिरने लगी, दूसरे मनीष भी हटाए गए

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलने के साथ ही प्रशासनिक पसंद के अनुसार बदलाव शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री सचिवालय के बाद सरकार की छवि निर्माण करने की जिम्मेदारी संभालने वाले जनसंपर्क विभाग के मुखिया को भी बदल दिया गया है। यह दोनों ही अफसर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व उनके पसंदीदा पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस की पसंद थे। पढ़िये रिपोर्ट।

मध्य प्रदेश कांग्रेस की छह साल की गलतियां, संगठन-सर्वे के नाम पर कार्यकर्ताओं पर चला डंडा

मध्य प्रदेश कांग्रेस में 2018 के विधानसभा चुनाव के छह महीने पहले मई में अरुण यादव को हटाकर कमलनाथ को कमान सौंपी गई थी। 15 साल से राज्य में सत्ता से बाहर पार्टी का खजाना खाली था और उसके लिए कमलनाथ को जिम्मेदारी दी गई थी जिसके लिए उन्होंने संगठन खड़ा करने और चुनाव के लिए सर्वे के नाम पर कार्यकर्ताओं पर चलो-चलो का डंडा चलाया था। चंद नेताओं से संवाद करके प्रदेश में पार्टी चलाने की उनकी रणनीति में न संगठन बचास न ही जमीनस्तर पर प्रत्याशी चयन के लिए सर्वे हुआ जिसका नतीजा 2023 में कांग्रेस 2003 की स्थिति में आकर खड़ी हो गई है। पढ़िये मध्य प्रदेश में कांग्रेस के डेढ़ दशक के संगठन पर रिपोर्ट।

कमलनाथ पर भारी जीतू पटवारी, उमंग को स्वभाव, व्यवहार बदलने की चुनौती

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वक्त बदला लेकिन कांग्रेस नहीं बदली. कभी युवा पीढ़ी को दरकिनार कर बुजुर्ग नेतृत्व को कमांड देने वाले कांग्रेस हाईकमान ने अब पीढ़ी परिवर्तन के नाम पर एकतरफा बिना सोचविचार के वरिष्ठ नेताओं को किनारे करते हुए युवा नेतृत्व के हाथ में पार्टी दे दी. कभी युवा नेताओं पर कमलनाथ भारी पड़ रहे थे और अब कमलनाथ पर जीतू पटवारी भारी साबित हो गए हैं. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को अपना स्वभाव, संगत और व्यवहार बदलना होगा. नेता-प्रतिपक्ष के स्टॉफ में ऐसे तत्व शामिल हो जाते है जो सरकार से अप्रत्यक्ष रूप से उपकृत होते है. यही विपक्ष की रणनीति को लीक करते आ रहे है. ऐसे घुसपैठियों को रोक पाना, उमंग के लिए बड़ी चुनौती है.

वन विभाग में कमीशन का खेल: चहेते सप्लायर को उपकृत करने मार्केट से हो रही है खरीदी

वन विभाग में कमीशनबाजी का खेल बदस्तूर जारी है। निर्वतमान वन मंत्री विजय शाह ने अपने कार्यकाल में कमीशनबाजी के खेल पर रोक लगाने की मंशा से प्रदेश स्तर पर एकजाई टेंडर करने के आदेश जारी किए थे। अफसरों ने उनके आदेश को धुंआ में उड़ाते वनमंडल स्तर पर खरीदी का क्रम जारी रखा है। ताज़ा मामला मंडला पूर्व और मंडला पश्चिम का है। दोनों ही वनमंडल की कमान एक ही अफसर के हाथ में है. यही वजह है कि डीएफओ ने अपने चहेते सप्लायर्स जैन बंदुओं को बिल्डिंग मैटेरियल्स और नीमखली गोबर खाद और उपजाऊ मिट्टी प्राय करने का वर्क आर्डर जारी कर दिया।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन तो भाजपा में सीएम चेहरे पर चर्चा

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद अब कांग्रेस में हार से निराश नेताओं और कार्यकर्ताओं में नेतृत्व परिवर्तन तो भाजपा में प्रदेश में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। पढ़िये रिपोर्ट।

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