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सड़क हादसे में दो मशहूर कवियों की मौत
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक भीषण सड़क हादसे में दो मशहूर कवियों की मौत हो गई है। इनका नाम केडी शर्मा और प्रमोद तिवारी बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक रविवार देर रात वो अपनी कार से कहीं जा रहे थे, इसी बीच एक ट्रक से उनकी कार की टक्कर हो गई। इस हादसे में कार में सवार दोनों कवियों की मौत हो गई, जबकि कुछ लोग घायल भी हुए हैं। दोनों कवियों केडी शर्मा और प्रमोद तिवारी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।बता दें कि केडी शर्मा एक बेहतरीन हास्य कवि के रूप में जाने जाते थे। उनकी कविताएं सुनकर लोग हंस-हंस कर लोट-पोट हो जाते थे। उन्होंने अपनी कविता से नोटबंदी पर भी कई व्यंग्य किए हैं और उससे लोगों को हुई समस्याओं के बारे में अपनी कविता के जरिये लोगों तक अपनी बात पहुंचाई है। केडी शर्मा उन्नाव के रहने वाले थे और उनकी हंसी से लोट-पोट कर देने वाली कविताएं के लिए ही उनका नाम केडी शर्मा ‘हाहाकारी’ पड़ गया था।
वहीं कानपुर के रहने वाले प्रमोद तिवारी भी एक बेहतरीन कवि थे। उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं, जिसमें ‘मैं आवारा बादल’ और ‘सलाखों में ख़्वाब’ प्रमुख हैं। इसके अलावा उन्होंने और भी कई कविताएं लिखी हैं। उनकी कविताओं में ‘याद बहुत आते हैं’, ‘यह शहर तुम्हारे लिए शहर होगा’, ‘कैसा यार कहां की यारी’, ‘हम सर वाले हैं’, ‘उल्टे सीधे पांव’, ‘मैंने पीना छोड़ दिया’, ‘जोग न ज्यादा खेल’, ‘मन को समर्पण’, ‘ओ सोने के हिरन’, ‘सोचा हुआ कहां’, ‘सच है गाते-गाते हम भी’, ‘लगता है जिसको बुरा’, ‘मैं हूं अपने गीतों में केवल मैं हूं’, ‘मैं अनहद में गिरता नद हूं’, ‘मुझको अपनी बात इशारों में कहने दो’, ‘जग कहता है मैं जीत गया’, जैसा दिन बीता है, वैसा गीत लिखा’, ‘जैसा है वैसा स्वीकारो’, ‘मुझ पर क्यों इतने पहरे हैं’, ‘आगे खुला सवेरा है’ शामिल हैं।
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