-
दुनिया
-
अफ्रीकी चीता गामिनी ने छह शावकों को जन्म दिया
-
पं. प्रदीप मिश्रा सीहोरवाले के कुबरेश्वरधाम में महाशिवरात्रि के बाजार सजे, देशभर से आ रहे अनुयायी
-
डॉक्टर ने जर्मनी में पत्नी से देह व्यापार कराने की कोशिश, इंदौर में दर्ज हुआ मामला
-
मध्य प्रदेश में साइबर चाइल्ड पोर्नोग्राफी के हर साल बढ़ रहे मामले, सोशल मीडिया प्लेटफार्म माध्यम
-
मैनिट भोपाल में स्टार्टअप एक्सपो, युवाओं, निवेशकों-ग्राहकों को मिलेगा मंच
-
सिंथेटिक दूध बनाने वाली 3 फैक्टरियां सील, पांच राज्यों में कारोबार
मध्यप्रदेश पुलिस की एसटीएफ की ग्वालियर इकाई द्वारा भिंड और मुरैना में नकली दूध बनाने वाली तीन फैक्टरियों का पर्दाफाश किया गया है। इनका नेटवर्क मध्यप्रदेश सहित उत्तरप्रदेश, राजस्थान, हरिया और दिल्ली में इनका नेटवर्क फैला था जिसमें ये लोग तीज-त्योहारों के मौके पर नकली दूध की सप्लाई करते थे।
बताया जाता है कि सिंथेटिक दूध के कारोबार से जुड़े मप्र के तार में एसटीएप की टीम ने मुरैना अंबाह की वन खंडेश्वरी डेयरी एवं भिंड के लहार स्थित गिर्राज फूड्स एंड गोपाल आइस फैक्ट्री चिलिंग सेंटर नामक ये सिंथेटिक दूध फैक्टरी पर कार्रवाई। इनके पास से करीब 15 हजार लीटर दूध मिला है और मिश्रित मावा व पनीर भी जप्त किया गया है। तीन फैक्टरी से खाद्य विभाग के अधिकारियों ने सेम्पल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं।
सिंथेटिक दूध बनाने के काम आने वाले केमिकल सप्लायर अंबाह जिला मुरैना स्थित अग्रवाल लैबोरेट्रीज एवं सप्लायर तथा लहार स्थित नवीन स्टोर से लिए जाते रहे जिन पर एसटीएफ ने छापामारी की। वन खंडेश्वरी डेयरी टेंट फैक्ट्री अंबा जिला मुरैना में सिंथेटिक दूध से 12000 लीटर सिंथेटिक दूध और 25 सौ लीटर कच्चा सिंथेटिक दूध प्राप्त हुआ। यह सिंथेटिक दूध फैक्ट्री के संचालक देवेंद्र गुर्जर, जयवीर गुर्जर, रामनरेश गुर्जर और दिनेश शर्मा नाम के व्यक्ति द्वारा संचालित की जा रही थी। सिंथेटिक दूध फैक्ट्री में काम करने वाले लगभग 25 लोगों को भी पूछताछ के लिए ले जाया गया। वहीं अंबाह की दोनों फैक्टरियों के संचालकों में एक राजीव गुप्ता और दूसरा संतोषसिंह बताया गया है।
Leave a Reply