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इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में तीन दिवसीय ‘लखनऊ लिटरेरी फेस्टिवल’ शुरू
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुक्रवार को तीन दिवसीय लखनऊ लिटरेरी फेस्टिवल शुरू हो चुका है। फेस्टिवल के प्रथम दिन लखनऊ कनेक्ट ग्रुप द्वारा आयोजित ‘अवधी जलसा’ कार्यक्रम में कवि एवं साहित्यकार चंद्रभूषण त्रिवेदी उर्फ़ रमई काका को अवधी बोली और अवधी साहित्य में योगदान देने के लिए मरणोपरांत उन्हें अरघान सम्मान से सम्मानित किया गया।रमई काका ने पांच दशक तक अवधी भाषा और साहित्य के लिए जो काम किया था उस काम को सम्मान देने के लिए लखनऊ कनेक्ट ग्रुप ने उनके सुपुत्र डॉ. अरुण त्रिवेदी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। डॉ. अरुण त्रिवेदी को हिन्दुस्तान समाचार पत्र की पूर्व प्रधान संपादक और साहित्यकार मृणाल पांडे ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
लखनऊ कनेक्ट ग्रुप द्वारा आयोजित ‘अवधी जलसा’ कार्यक्रम का संचालन जाने माने फिल्म और थियेटर कलाकार अतुल तिवारी ने किया। इस कार्यक्रम में मिरांडा हाउस के प्रो. अमरेंद्र त्रिपाठी, इतिहासकार व स्तम्भकार रवि भट्ट, भरावन के रॉयल फैमिली के सदस्य व पूर्व विधायक महावीर सिंह, हाईकोर्ट के एडवोकेट प्रशांत चंद्रा और आकाशवाणी गोरखपुर की प्रोग्राम हेड डॉ. अनामिका श्रीवास्तव मंचासीन थे। लखनऊ कनेक्ट ग्रुप के अध्यक्ष और यूनिवर्सल बुक डीपो के मालिक चंद्र प्रकाश ने अपने उद्बोधन से सत्र की शुरुआत की।
इस अवसर पर डॉ. अनामिका श्रीवास्तव को अवधी भाषा के विकास में योगदान देने के लिए सम्मानित किया गया। डॉ. श्रीवास्तव ने आकाशवाणी लखनऊ में पदस्थ रहते हुए ‘घर-आंगन’ कार्यक्रम के जरिए अवधी क्षेत्र के लोगों के बीच अन्नू दीदी के रूप में आज भी याद की जाती हैं। अवधी लोकगीतों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 30 एपिसोड का संगीत सीरियल लोक धरोहर भी पेश किया।
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