भाजपा सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ विधानसभा घेराव के लिए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के निवास पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधायक जुटे. फिर विधायक दल की होटल पलाश में बैठक हुई जिसमें विधानसभा घेराव और सत्र को लेकर रणनीति बनी.
मध्यप्रदेश कांग्रेस 16 दिसंबर, दिन सोमवार सुबह 11 बजे भाजपा सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ विधानसभा का घेराव करने जा रही है। इसी दिन मध्यप्रदेश विधानसभा के सत्र की शुरुआत भी हो रही है। इस घेराव और सत्र की रणनीति को लेकर रविवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के निवास पर उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल, विधायक आरिफ मसूद, विधायक सचिन यादव, पूर्व विधायक प्रवीण पाठक और प्रदेश कांग्रेस महासचिव राजा बघेल समेत वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में रूपरेखा बनाई गई। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बताया कि प्रदेश के कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से बड़ी संख्या में भोपाल पहुंचने को कहा गया है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी संजय दत्त और CWC सदस्य कमलेश्वर पटेल के साथ विधायक दल की बैठक में भागीदारी की. 16 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र और विधानसभा घेराव को लेकर होटल पलाश में सभी विधायकों से पार्टी की रणनीति को लेकर विस्तृत बातचीत हुई. भाजपा के अधूरे संकल्प पत्र को लेकर पूरी कांग्रेस का अब एक ही नारा है “जवाब दो, हिसाब दो!”
विधानसभा घेराव से सरकार के एक साल का हिसाब मांगा
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधानसभा घेराव के जरिए सरकार के एक साल का हिसाब मांगा जाएगा। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने महिलाओं को 3000 देने का वादा किया था लेकिन वो नही दे पाए, उलटा उनकी संख्या कम करते जा रहे है। वहीं सरकार की विफलता ये भी रही कि वो किसानों को खाद नही दे पा रहे और लंदन घूमते रहे।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आगे कहा कि सरकार की विफलता ये भी रही कि युवाओं को 2 लाख नौकरी नहीं दे पाए। साथ ही सरकार संविदा शिक्षकों के दर्द को भी नही देख पा रही है। उन्होंने आगे कहा इसके अलावा सरकार की विफलता ये भी रही कि वो प्रदेश को आर्थिक मोर्चे पर मजबूत नहीं कर पाए। वहीं टोल पर भी अवैध वसूली चल रही है। उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार की विफलता ये भी है कि ट्रांसफर से अधिकारी परेशान है, ट्रांसफर पोस्टिंग उद्योग बन गया है। उमंग सिंघार ने कहा कि इन सभी विफलताओं को लेकर सड़क से सदन तक सरकार से जवाब मांगा जाएगा।
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