मध्य प्रदेश में तकनीकी शिक्षा विभाग की मुख्यमंत्री मेधावी योजना से जुड़े एक बाबू रमेश हिंगोरानी के यहां लोकायुक्त की विशेष पुलिस स्थापना की छह टीमों ने बुधवार की सुबह एकसाथ छापे मारे। रमेश के घर बेहिसाब संपत्ति के रिकॉर्ड के अलावा बेशकीमती जेवर, निवेश, आलीशान शानोशौकत की वस्तुएं व महंगी वाहनों का जखीरा मिला है जिसका मूल्यांकन लोकायुक्त पुलिस करा रही है। पढ़िये आकूत संपत्ति के सरकारी बाबू के घर लोकायुक्त पुलिस ने क्यों की कार्रवाई।
मध्य प्रदेश के मेधावी छात्र-छात्राओं को सरकार द्वारा उनकी उच्च शिक्षा के लिए कई तरह से मदद करती है जिसमें एक तकनीकी शिक्षा विभाग में मुख्यमंत्री मेधावी योजना है। इसमें बेहतर पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को सरकार आर्थिक रूप से सहायता करती है। इसका कार्यालय श्यामला हिल्स पर स्थित है। इसी कार्यालय में भोपाल के संत हिरदाराम नगर के लक्ष्मण नगर में रहने वाले रमेश हिंगोरानी सहायक ग्रेड एक के पद पर पदस्थ हैं। उन्हें कई साल तकनीकी शिक्षा विभाग में काम करते हुए हो चुके हैं।
आय से अधिक संपत्ति अर्जित
रमेश हिंगोरानी की संत हिरदाराम नगर, गांधी नगर और आसपास कई स्थानों पर संपत्ति व निवेश होने से उनके खिलाफ लोकायुक्त पुलिस में एक शिकायत हुई थी। इसमें उनके द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की इस शिकायत में कई संपत्तियों का ब्योरा दिया गया था जिसमें रमेश हिंगोरानी व उनके बेटों की आर्थिक गतिविधियों की जानकारी दी गई थी। इसकी प्राथमिक जांच के बाद लोकायुक्त पुलिस ने पिछले दिनों भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (2) सह पठित धारा 13(1) b के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर उनके यहां छापे की कार्रवाई की तैयारी की गई थी।
छह टीमों का एकसाथ छापा
रमेश हिंगोरानी के संत हिरदाराम नगर व गांधी नगर के दो आवासों सहित उनके व उनके बेटों के कार्यस्थलों पर लोकायुक्त पुलिस की छह टीमों ने बुधवार की सुबह एकसाथ छापा मारा। छापों की कार्रवाई देर शाम तक चली। इसमें मिले जेवरात, निवेश, संपत्ति के दस्तावेजों के मूल्यांकन के लिए मूल्यांकनकर्ता की मदद ली गई। नोटों की गिनती भी छापे की कार्रवाई के दौरान की गई लेकिन कितनी नकदी मिली यह अभी अधिकारी बताने की स्थिति में नहीं है। बताया जाता है कि शाम तक हिंगोरानी के यहां मिले रिकॉर्ड के आधार पर लगभग 50 करोड़ से 70 करोड़ रुपए के बीच उनकी संपत्ति आंकी जा रही है लेकिन इस बारे में फिलहाल अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है।
देशी पिस्टल मिलने पर एफआईआर
हिंगोरानी परिवार की एजुकेशन सोसायटी LBS ग्रुप है जिसका गांधी नगर में प्रेरणा किरण स्कूल है। उनके द्वारा कॉलोनी भी विकसित की गई है जो प्रेरणा किरण स्कूल एयरोसिटी,गांधीनगर है जहां छापे के दौरान देशी पिस्टल बरामद होने पर गांधीनगर थाने को सूचना दी गई। गांधी नगर थाने में आर्म्स एक्ट के तहत नीलेश हिंगरोनी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई।
सरकारी जमीन पर कब्जे के आरोप
रमेश हिंगोरानी परिवार पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि उनके द्वारा गांधीनगर क्षेत्र में करोड़ों रुपए की सरकारी जमीन पर कब्जा कर उन्हें बेच दिया गया।यही नहीं सरकारी जमीन पर कब्जा कर शादी गार्डन भी बनाया गया है जिसे दो साल पहले ही जिला प्रशासन ने तोड़ा था। हिंगोरानी परिवार की सामाजिक संस्था लक्ष्मी देवी विकयोमल सराफा एजुकेशन सोसाइटी के तीन स्कूलों हैं जिन पर परिवार का अधिकार होने की बात कही जा रही है। रमेश हिंगोरानी के एक बेटे के खिलाफ एक नाबालिक बच्ची से दुष्कर्म का मामला भी सामने आ चुका है।
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