मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के दमोह जिले में हार्ट पेशेंटों का फर्जी डॉक्टर ने ऑपरेशन किया और उनकी मौतों के बाद एक संस्था ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में शिकायत की तब प्रशासन ने जांच की। इस मामले में रातों रात एफआईआर दर्ज हुई। अब पुलिस जांच में इस सच के कितने सबूत सामने आते हैं यह तो वक्त ही बताएगा मगर हम आपको बता रहे हैं किस अस्पताल में किस डॉक्टर के नाम पर फर्जी डॉक्टर ने लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया।
बुंदेलखंड क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं की कैसी दुर्दशा है, यह हाल ही में सामने आया है। दमोह जिले के मिशन हॉस्पिटल में एक फर्जी डॉक्टर के हार्ट स्पेशलिस्ट के रूप में काम करने और ह्रदयरोगियों के दिल खोलकर उनका ऑपरेशन करने का सनसनीखेज मामला बाल कल्याण समिति के माध्यम से सार्वजनिक हुआ है। जिस फर्जी डॉक्टर की बात हो रही है, उसका असली नाम नरेंद्र यादव बताया जाता है। वह जिस डॉक्टर के नाम पर मिशन हॉस्पिटल में काम कर रहा था, उसका नाम डॉ. एन जॉन केम बताते हैं। डॉ. एन जॉन केम लंदन के बताए जा रहे हैं और प्रतिष्ठित चिकित्सक बताए जाते हैं।
एमपी में रजिस्ट्रेशन नहीं, आंध्र का भी संदिग्ध
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में मामले की शिकायत होने के बाद जिले के सीएमएचओ से कलेक्टर ने जांच कराई तो सामने आया कि डॉ. एन जॉन केम उर्फ नरेंद्र यादव का मध्य प्रदेश मेडिकल कौंसिल में रजिस्ट्रेशन नहीं है। साथ ही आंध्रप्रदेश मेडिकल कौंसिल में रजिस्ट्रेशन होने की जानकारी की भी जांच की गई मगर उस राज्य की मेडिकल कौंसिल की साइट पर उपरोक्त पंजीयन दिखाई नहीं दिया।
तीन महीने में सात लोगों की मौत
सीएमएचओ की जांच में पाया गया कि डॉ. एन जॉन केम उर्फ नरेंद्र यादव ने दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच कई ऑपेरेशन किए जिनमें से सात लोगों की जान गईं। इन मौतों के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल रहा और इस बीच सीएमएचओ की जांच रिपोर्ट से मिशन हॉस्पिटल के प्रति लोगों का विश्वास भी गड़बड़ाया। जांच रिपोर्ट के बाद दमोह पुलिस ने डॉ. एन जॉन केम के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया।
Leave a Reply