मध्य प्रदेश की इंजीनयिरंग शिक्षा पाने वाले स्टूडेंट के लिए बनाए गए राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के फरार दो कुलपति व कुलसचिव सुनील कुमार गुप्ता और राकेश सिंह राजपूत पर पुलिस ने इनाम घोषित किया है। साथ ही उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करने की प्रक्रिया भी तेजी से शुरू कर दी गई है। पढ़िये रिपोर्ट।
करीब एक महीने पहले भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति सुनील कुमार गुप्ता, पूर्व कुलसचिव राकेश सिंह राजपूत, पूर्व वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा, कुमार मयंक, दलित संघ सोहागपुर व अन्य के खिलाफ करीब 20 करोड़ रुपए की वित्तीय गड़बड़ी की एफआईआर गांधीनगर पुलिस थाने में दर्ज कराई गई थी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मोहन सेन ने यह मामला दर्ज कराया था जिसमें बताया गया कि उक्त आरोपियों द्वारा विगत कुछ वर्षों में अनाधिकृत रूप से अनियमितता कर आपराधिक षड़यंत्र रचा और विश्वविद्यालय की करीब 19.48 करोड़ रुपए की राशि को निजी खातों में ट्रांसफर किया। पुलिस ने इसमें धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, अमानत में ख्यानत, आपराधिक षड़यंत्र करने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध करने का मामला बनाया था। प्रकरण में एक आरोपी मयंक गिरफ्तार हो चुका है लेकिन अन्य आरोपी फरार हैं।
डिप्टी कमिश्नर पुलिस ने इनाम घोषित किया
पुलिस का कहना है कि प्रकरण में आरोपी सुनील कुमार गुप्ता, राकेश सिंह राजपूत, ऋषिकेश वर्मा के विरूद्ध फर्जी दस्तावेज तैयार कर आर्थिक लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से विश्वविघालय की शासकीय राशि 19.48 करोड रूपये निजी खातों में ट्रांसफर करने और राशि गबन करने के तथ्य प्रमाणित पाए गए। इसके बाद उपरोक्त आरोपियों की उनके निवास स्थान पर तलाश कराई गई है जो घर पर नहीं मिल रहे हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिये लुक-छिप रहे हैं। इसलिए भोपाल नगरीय पुलिस के डिप्टी कमिश्नर जोन चार ने तीनों के खिलाफ तीन हजार-तीन हजार का इनाम घोषित किया है। साथ ही अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर पुलिस को आरोपियों की तलाश के लिए इनाम की राशि बढ़ाने का प्रस्ताव भी भेजा है। सुनील कुमार गुप्ता एवं आरोपी राकेश सिंह राजपूत के विरूद्ध लुक आउट नोटिस जारी करने की प्रकिया भी शुरू कर दी गई है।
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