पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से एलएन मालवीय इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा राज्य शासन को करीब 50 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान पहुंचाया गया है। इस संबंध में लोकायुक्त को मंगलवार को शिकाय की गई है जिसमें 27 पेज के डाक्यूमेंट सौंपे गए हैं और न्यू डेवलपमेंट बैंक के डायरेक्टर की जिम्मेदारी संभाल रहे पीडब्ल्यू के अधिकारी पर सीधे आरोप लगाए गए हैं। पढ़िये रिपोर्ट।
पीडब्ल्यूडी के एनडीबी के डायरेक्टर के खिलाफ यह शिकायत पहुंची है जिसमें कहा गया है कि 42.80 करोड़ की निविदाओं में एलएन मालवीय को लाभ पहुंचने के लिए प्री क्वालिफिकेशन के इंटरनल एवेल्यूएशन के अनुसार तय किए गए। जबकि इसका उल्लेख टेंडर में नहीं किया गया था। इससे टेंडर 62.02 करोड़ रुपए में एलएन मालवीय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट प्रा.लिमि. को दे दिया गया और अभी तक उसमें 90 करोड़ से ज्यादा का भुगतान हो चुका है। अभी भी हर महीने करीब 50 लाख रुपए का कंपनी को भुगतान किया जा रहा है।
सरकारी अफसरों की सांठगांठ से की एक्सपर्ट बदले
एलएन मालवीय इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ यह भी आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने टेंडर मिलने के बाद की एक्सपर्ट बदल दिए जबकि टेंडर में इसके लिए साफतौर पर निर्देश थे। उनमें कहा गया था कि की एक्सपर्ट उच्चस्तर या समकक्ष स्तर के की एक्सपर्ट से बदलने की शर्त थी लेकिन निम्न की एक्सपर्ट से उन्हें बदल दिया गया तो शर्तों का उल्लंघन बताया गया। साथ ही कहा गया कि इसके बदलने के कारण भी कंपनी ने स्पष्ट नहीं दिए।
विभागीय अधिकारियों की शिकायतों पर एक्शन नहीं
एनडीबी डायरेक्टर को एलएन मालवीय इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के कार्यकलापों को लेकर विभाग के अधिकारियों ने ही कई मौकों पर शिकायतें भी की गईं लेकिन उन शिकायतों की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। जबकि विभाग के अधिकारियों की शिकायतों पर किसी भी कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने या डीबार करने कार्रवाई करने लायक पर्याप्त कारण थे।
Leave a Reply