पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह के संसदीय क्षेत्र विदिशा में ग्यारसपुर जनपद के बोरी रामपुर पंचायत के कर्मचारियों ने एक श्रमिक की मौत के लिए दी जाने वाली सरकारी आर्थिक मदद देने दस हजार रुपए की रिश्वत मांगी। सचिव सहित तीन लोग रिश्वत लेते पकड़ाए। पढ़िये रिपोर्ट।
विदिशा जिले की जनपद पंचायत ग्यारसपुर के अंतर्गत ग्राम बोरी रामपुर के सचिव गिरवर सिंह यादव, जनपद पंचायत के बाबू सहायक ग्रेड तीन सुरेश शर्मा एवं कंप्यूटर ऑपरेटर गोवर्धन कुशवाह को लोकायुक्त पुलिस भोपाल की टीम ने पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो पकड़ा है। मामले में शिकायतकर्ता गोलू हिम्मत सिंह लोधी निवासी खेरुआ पड़रात तहसील गुलाबगंज ने लोकायुक्त पुलिस भोपाल दुर्गेश राठौर को शिकायत की थी। शिकायत में गोलू हिम्मत सिंह ने बताया था कि उसके चाचा चिरोंजीलाल का स्वर्गवास हो गया था जिनकी मृत्यु पर उनके परिजनों को श्रमिक की मृत्यु की सरकारी आर्थिक मदद दो लाख रुपए मिलना थी। चिरोंजीलाल की पत्नी के खाते में यह राशि पहुंची थी। मगर इस राशि में से ग्राम बोरी रामपुर का सचिव गिरवरसिंह यादव ने दस हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। इसके लिए उसने दबाव बनाया और कहा कि उसके कंप्यूटर ऑपरेटर सुरेश शर्मा को यह रकम देनी है। शिकायत सत्यापन पर जब वह सही पाई गई तो लोकायुक्त पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर निरीक्षक नीलम पटवा के नेतृत्व में ट्रैप की कार्यवाही की
मंडी के गेट पर रिश्वत लेते पकड़ाया सचिव
बुधवार को क़ृषि उपज मंडी विदिशा के मैन गेट पर आरोपी सचिव गिरवर सिंह यादव को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने गोलू लोधी से पांच हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा। यही रिश्वत राशि जब सचिव गिरवर ने बाबू सुरेश शर्मा को जनपद पंचायत कार्यालय मे दी तो सुरेश ने रिश्वत के रूपये कंप्यूटर ऑपरेटर गोवर्धन कुशवाह को दिला दी।
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