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करोड़ों की संपत्ति के मालिक परिवहन के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा से मंत्री गोविंद सिंह के संबंध के सवाल पर बोले मंत्री नाराज…पलटकर यह कहा

परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के खिलाफ लोकायुक्त के छापे के बाद सोना-चांदी-करो़ड़ों नकदी उगल रहे उसके ठिकानों की वजह से सवालों के घेरे में फंसे पूर्व परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पत्रकार पर नाराज हो गए। मंत्री ने सवाल करने वाले पत्रकार के बारे में पलटते हुए पूछा और कुछ इस अंदाज में जवाब दिया कि सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। पढ़िये वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र कैलासिया की रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश में चार दिन पहले आयकर की टीम ने पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह के नजदीकी रहे राजेश शर्मा के घर छापा मारा था जिसमें उसकी अकूत संपत्ति निकली थी। इसके अगले लोकायुक्त की विशेष पुलिस स्थापना की टीम ने उससे ही जुड़े परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां छापकर बेहिसाब संपत्ति जप्त की। मगर अगले दिन गुरुवार-शुक्रवार की रात को ही भोपाल के रातीबड़ क्षेत्र के जंगल में एक आवासीय परिसर के पास लावारिस खड़ी कार से 52 किलो सोना, 10 करोड़ नकद राशि जप्त किए जाने से मध्य प्रदेश सुर्खियों में छा गया। पूरे देश में आयकर-लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई से मध्य प्रदेश की चर्चा होने लगी।
पिता के निधन के बाद परिवहन विभाग में अनुकंपा नियुक्ति पाने वाले सौरभ शर्मा के सात साल नौकरी करने के बाद छोड़ देने और इस बीच परिवहन विभाग की कमाई से करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर लेने से उसकी ग्वालियर से लेकर भोपाल तक चर्चाएं हुईं। सौरभ के कई असरदार लोगों से संपर्क होने पर उसने परिवहन से जुड़े कामों के अलावा रियल एस्टेट कारोबार में भी पैसा लगाया। सात नौकरी करने के बाद उसने इतना कमा लिया कि उसके दो-तीन पीढ़ियां घर बैठे ही भरण पोषण कर सकती थीं।
सौरभ या उससे जुड़े मामलों में लोकायुक्त पुलिस अब तक मौन साधे थे लेकिन ज्यादा हल्ला मच जाने पर लोकायुक्त ने अधिकृत रूप से सौरभ शर्मा और उसके साथ पूछताछ करने के लिए उसके राजदार चेतन सिंह से पूछताछ होने पर उसने सौरभ शर्मा से अपने रिश्ते बताए। लोकायुक्त ने अपनी कार्रवाई के चौथे दिन अधिकृत बयान जारी किया है जिसमें लोकायुक्त बताया गया कि परिवहन विभाग के सेवानिवृत आरक्षक सौरभ शर्मा के विरुद्ध लोकायुक्त संगठन में प्राप्त शिकायत की जांच शुरू कर दी गई है। आय से अधिक सम्पति अर्जित करने का अपराध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत दर्ज होने के बाद 18 दिसंबर को उसके ठिकाने पर छापा मारा गया है। लोकायुक्त पुलिस ने बयान में बताया कि सौरभ शर्मा के अरेरा कालोनी स्थिति मकान एवं कार्यालय का सर्च वारंट प्राप्त कर 19 तथा 20 दिसंबर को दो दलों के द्वारा सर्च की कार्यवाही की गई।
सर्च पर आरोपी के आवास ओर कार्यालय पर निम्मानुसार संपत्ति पाई गई है :
सौरभ शर्मा के मकान की सर्च पर मिले वाहन और घर के सामान, आभूषण, व नगद आदि की कुल कीमत लगभग 3 करोड़ 86 लाख तो उसके साथी चेतन सिंह गौर के निवास पर चांदी व नगद राशि आदि जप्त की गई। इसकी कुल कीमत कुल कीमत लगभग रु 4 करोड़ 12 लाख रुपए की पाई गई। इस प्रकार दोनों जगह अभी तक मिले सामान, आभूषण, चांदी व नगदी आदि की कुल कीमत लगभग 7 करोड़ 98 लाख रुपए पाई गई। सर्च मेँ मिले अभिलेखों का परिक्षण विवेचना के क्रम मेँ किया जाएगा और उसी अनुरूप अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
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