मध्य प्रदेश में एकबार फिर वरिष्ठता के आधार पर नए मुख्य सचिव बनने जा रहे हैं अनुराग जैन। अनुराग जैन 1989 बैच के वरिष्ठतम आईएएस अधिकारी हैं और उनका करीब 11 महीने का कार्यकाल शेष है। वहीं, 1989 बैच के जिन दो अधिकारियों राजेश राजौरा और एसएन मिश्रा के नाम इस दौड़ में थे, उनमें से राजौरा के पास अभी अनुराग जैन के रिटायर होने के बाद एक मौका और है। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा का 30 सितंबर को कार्यकाल पूरा हो गया और उनकी जगह दिल्ली में मोदी सरकार के साथ 11 साल से काम कर रहे अनुराग जैन नए मुख्य सचिव बनाए जा रहे हैं। हालांकि उनके मुख्य सचिव के रूप में पदस्थापना के आदेश देर शाम तक जारी नहीं हो सके हैं लेकिन अधिकृत सूत्रों की तरफ से पदस्थापना आदेश केवल औपचारिकता बताई जा रही हैं। अनुराग जैन मध्य प्रदेश से दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर 2013 में गए थे और उसके बाद 2019 में एक बार उनकी प्रदेश वापसी हुई थी। मगर करीब एक साल मध्य प्रदेश में रुकने के बाद वे फिर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर लौट गए। अभी वे दिल्ली में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में संयुक्त सचिव हैं। अनुराग जैन के सख्त प्रशासनिक फैसलों की वजह से वे मैदानी पदस्थापनाओं में लंबे समय तक रहे। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान उनके पास कई महत्वपूर्ण विभाग रहे और मध्य प्रदेश में 2019 में वापसी के दौरान भी वित्त विभाग की कमान उन्हें दी गई थी।
अनुराग जैन के पास अगस्त 2025 तक का समय
मुख्य सचिव बनाए जा रहे अनुराग जैन के पास अगस्त 2025 तक का समय है लेकिन इसके बाद उन्हें सेवावृद्धि देकर कार्यकाल को 2026 तक किया जा सकता है। उनके मुख्य सचिव बनने से अब उनके बैच के मोहम्मद सुलेमान, विनोद कुमार, जेएन कांसोटिया से लेकर 1990 बैच के एसएन मिश्रा, मलय श्रीवास्तव, अजीत केसरी इसकी उम्मीद भी नहीं कर पाएंगे और रिटायर हो जाएंगे।
राजौरा के पास अभी भी मौका
अनुराग जैन के मुख्य सचिव बनने के बाद अभी भी 1990 बैच के राजेश राजौरा के पास एक और मौका है। राजौरा मई 2027 को रिटायर होंगे और अनुराग जैन को एक या दो सेवावृद्धि दी जाती है तो भी उनके पास नौ महीने से लेकर 15 महीने तक का समय बचेगी। जैन के रिटायरमेंट के समय राजौरा वरिष्ठतम आईएएस अधिकारी रहेंगे।
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