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सिंधिया की राज्यसभा खाली सीट पर न केपी न नरोत्तम, केरल के कुरियन को टिकट

मध्य प्रदेश से राज्यसभा की रिक्त हुई सीट के दावेदारों को पीछे छोड़ते हुए केरल के भाजपा नेता और मोदी सरकार के मंत्री जार्ज कुरियन को पार्टी ने टिकट दे दिया है। राज्यसभा की रिक्त सीट पर चुनाव के लिए 21 अगस्त को नामांकन पर्चा दाखिल किए जाने की अंतिम तारीख है। पढ़िये हमारे लिए वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र कैलासिया की रिपोर्ट।
राज्यसभा की दस रिक्त हुई सीटों के लिए भाजपा ने मंगलवार को प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। राज्यसभा की रिक्त सीटों में मध्य प्रदेश की एकमात्र सीट है जो लोकसभा चुनाव जीतकर मोदी सरकार में मंत्री बने ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे से खाली हुई है। सिंधिया को गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से तब लोकसभा सदस्य केपी यादव का टिकट काटकर भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था और उन्हें वहां से जीत मिली थी। केपी यादव ने लोकसभा चुनाव 2019 में सिंधिया को ही हराया था और वे सांसद बने थे लेकिन सिंधिया 2020 में कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में आ गए और उन्हें पार्टी ने राज्यसभा में पहुंचाया था।
कुरियन के टिकट से दावेदारों को झटका
भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए दस प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जिसमें मध्य प्रदेश से केरल से भाजपा नेता जार्ज कुरियन को प्रत्याशी बनाया है। कुरियन केरल में भाजपा के साथ 1980 से जुड़े हैं और मोदी सरकार में इस समय पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी मंत्री हैं। कुरियन को मध्य प्रदेश से राज्यसभा प्रत्याशी बनाए जाने के पहले पार्टी ने एक अन्य दक्षिण भारतीय तमिलनाडु के नेता डॉ. एल मुरुगन को भी राज्यसभा में यहीं से भेजा गया है। वे भी मोदी सरकार में मंत्री हैं। कुरियन का टिकट फाइनल होने के बाद मध्य प्रदेश से राज्यसभा जाने के सशक्त दावेदार माने जा रहे केपी यादव और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को जबरदस्त झटका लगा है। केपी यादव को गुना-शिवपुरी लोकसभा से टिकट काटे जाने के कारण सबसे सशक्त दावेदार माना जा रहा था और उन्हें टिकट मिलने की इसलिए संभावनाएं ज्यादा मानी जा रही थीं कि उसका लाभ यूपी-बिहार में पार्टी को मिल सकता है। इसी तरह केंद्रीय नेतृत्व के नजदीकी माने जाने वाले नरोत्तम मिश्रा को राज्यसभा ले जाए जाने की अटकलें भी काफी थीं लेकिन इन दोनों दावेदारों को कुरियन को टिकट मिलने के बाद जबरदस्त झटका लगा है।
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