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एनसीएल अधिकारियों की ठेकेदारों से वसूली की चार करोड़ राशि के साथ गिरफ्तारी, सीबीआई का एक्शन

सीबीआई ने नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड एनसीएल के अधिकारियों को ठेकेदारों से वसूली की राशि के साथ गिरफ्तार किया है। इनके पास से करीब चार करोड़ रुपए नकद राशि जप्त की गई है। यह वसूली की राशि मध्य प्रदेश के सिंगरौली के ठेकेदारों से वसूली गई बताई जा रही है। पढ़िये रिपोर्ट।
सीबीआई ने नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के प्रबंधक (सचिवालय) और पीएस, सीएमडी सूबेदार ओझा को गिरफ्तार वसूली की राशि के साथ किया है। शुक्रवार को उनके घर की तलाशी के दौरान 3 करोड़ 85 लाख नकद मिले थे। यह राशि कथित तौर पर एनसीएल, सिंगरौली में उनके संचालन के लिए लाभ के बदले कई ठेकेदारों और अधिकारियों से एकत्र की गई थी।
सीबीआई ने मेसर्स संगम इंजीनियरिंग, सिंगरौली, मध्य प्रदेश के एक बिचौलिए और मालिक रविशंकर सिंह को भी गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर विभिन्न ठेकेदारों/व्यवसायियों और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के कई अधिकारियों के बीच एक माध्यम के रूप में काम कर रहा था और रिश्वत प्रदान कर रहा था। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के इन अधिकारियों को मेसर्स संगम इंजीनियरिंग, सिंगरौली, एमपी के रविशंकर सिंह के एक सहयोगी, श्री दिवेश सिंह को भी जॉय जोसेफ दामले, डिप्टी एसपी, एसीबी, सीबीआई, जबलपुर को 5 लाख रुपये की रिश्वत देते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई में उनके खिलाफ लंबित शिकायतों/जांच के मामलों में अनुकूल रिपोर्ट प्राप्त करने के बदले। रविशंकर सिंह और उनके सहयोगी एनसीएल (नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) अधिकारियों और जे जे दामले के बीच बिचौलिए के रूप में काम कर रहे थे, जिन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
ये हैं आरोप
यह आरोप लगाया गया था कि 16.08.2024 को रविशंकर सिंह के निर्देश पर, रवि सिंह के कर्मचारी अजय वर्मा ने लेफ्टिनेंट कर्नल बसंत कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), मुख्य प्रबंधक से 5 लाख रुपये का उपरोक्त अनुचित लाभ प्राप्त किया था। रिश्वत की राशि कथित तौर पर सूबेदार ओझा द्वारा भेजी गई थी और शुक्रवार रविशंकर सिंह ने दिवेश सिंह को यह राशि एसीबी जबलपुर, सीबीआई के डिप्टी एसपी जेजे दामले को देने का निर्देश दिया था।
यह हुआ एक्शन
इससे पहले, भारतीय न्याय संहिता की धारा 61(2) के साथ पठित पीसी अधिनियम (2018 में संशोधित) की धारा 7, 7ए, 8 के तहत एक नियमित मामला दर्ज किया गया था (i) मेसर्स के निदेशक श्री रविशंकर सिंह संगम इंजीनियरिंग, सिंगरौली (म.प्र.); (ii) लेफ्टिनेंट कर्नल बसंत कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), प्रबंधक (प्रशासन), एनसीएल, सिंगरौली, (iii) श्री सूबेदार ओझा, प्रबंधक (सचिवालय), एनसीएल, सिंगरौली; (iv) श्री दिवेश सिंह, निजी व्यक्ति (श्री रविशंकर सिंह के सहयोगी); (v) श्री जॉय जोसेफ दामले, डिप्टी एसपी, सीबीआई, एसीबी, जबलपुर, अन्य अधिकारी और अज्ञात अन्य।
यहां हुई कार्रवाई
सिंगरौली, जबलपुर और नोएडा में कई जगहों पर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान भारी मात्रा में नकदी, डिजिटल उपकरण और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। मामले की जांच जारी है।
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