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नाते रिश्तेदारों की MP कांग्रेस कमेटी, 10 नेताओं के 24 रिश्तेदार, दिग्गी के ज्यादा रिश्तेदार जीतू कार्यकारिणी में
मध्य प्रदेश कांग्रेस में जीतू पटवारी की दस महीने बाद आई 335 पदाधिकारियों वाली कार्यकारिणी में दस नेताओं के नाते रिश्तेदारों की फौज है। 24 रिश्तेदारों को इन नेताओं ने कार्यकारिणी में शामिल करा लिया है और आम कार्यकर्ता आज नाराज होकर इस्तीफे दे रहा है तो सोशल मीडिया पर भड़ास निकाल रहा है। वहीं, जीतू पटवारी कार्यकर्ताओं को यह डायलॉग देने में नहीं चूक रहे हैं कि आपके लिए मैंने बहुत कुछ अच्छा सोच रखा है। पढ़िये रिपोर्ट।
विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद हाईकमान ने बड़ी फुर्ती में आशा के साथ युवा नेताओं को कमान सौंपी थी जिसमें संगठन की कमान जीतू पटवारी को मिली थी। पटवारी विधानसभा चुनाव में हार गए थे लेकिन हाईकमान ने उन पर भरोसा जताया और संगठन की बागडोर सौंप दी। मगर इसके बाद पटवारी को अपनी टीम बनाने में दस महीने लग गए और जब उसकी घोषणा हुई तो चंद नेताओं के रिश्तेदारों-समर्थकों व भाजपा में गए नेताओं के समर्थकों के नाम उसमें देखकर आशा लगाए बैठे नेताओं व कार्यकर्ताओं में घोर निराशा हुई जिसका नतीजा नाराजगी में फूट पड़ा है। भाई-भतीजे-भतीजी, बेटे और पत्नी के साथ नेताओं ने अपना स्थान कार्यकारिणी में पक्का कर लिया तो अन्य नेता का गुस्सा चरम पर पहुंच गया है।
दिग्विजय के भाई-बेटे-रिश्तेदारों को बड़े पद
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर यह छाप रही थी कि वे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की छाया हैं और कार्यकारिणी की घोषणा के बाद इन आरोपों के साथ हमले तेज हो गए हैं। पटवारी की कार्यकारिणी में दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह और रिश्तेदार प्रियव्रत सिंह को उपाध्यक्ष तो एक अन्य रिश्तेदार घनश्याम को महामंत्री बनाया है। मंगलवार की रात को जब सचिव-संयुक्त सचिव की दूसरी सूची आई तो उसमें भी उनके अनुज लक्ष्मण सिंह को सचिव के रूप में शामिल कर लिया गया है। दिग्विजय सिंह स्वयं एक्जीक्यूटिव कमेटी के अलावा पॉलीटिकल अफेयर्स कमेटी में हैं।
नाथ-भूरिया के बेटे भी कार्यकारिणी में
रिश्तेदारों की मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पूर्व सांसद पुत्र नकुलनाथ को सचिव बना दिया गया है तो पूर्व पीसीसी अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के बेटे विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया को महामंत्री के रूप में पटवारी की कार्यकारिणी में जगह दी गई है। पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव के भाई विधायक सचिन यादव को भी उपाध्यक्ष बनाकर कार्यकारिणी में लिया गया है।
नातीराजा-जकी की पत्नियां भी कार्यकारिणी में आईं
पटवारी ने अपनी नई कार्यकारिणी में स्थायी आमंत्रित पूर्व विधायक विक्रम सिंह नातीराजा की पत्नी कविता सिंह को सचिव बनाया है तो कमलनाथ समर्थक कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित पूर्व पार्षद आसिफ जकी की पार्षद पत्नी शबिस्ता को भी सचिव के रूप में कार्यकारिणी में शामिल किया है। विंध्य में एक-दूसरे के विरोधी माने जाने वाले मामा-भांजे राजेंद्र सिंह-अजय सिंह भी पटवारी की कार्यकारिणी में शामिल हैं तो राजेंद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य को भी पटवारी ने सचिव के रूप में कार्यकारिणी में लिया है।
नेताओं के भतीजा-भतीजी भी पटवारी की टीम में
पटवारी की कार्यकारिणी में रिश्तेदारों की इस लंबी सूची में भतीजे-भतीजी भी हैं। पटवारी कार्यकारिणी में स्थायी आमंत्रित पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के भतीजे अभय वर्मा को सचिव बनाया गया है तो बुंदेलखंड से स्थायी आमंत्रित आलोक चतुर्वेदी की भतीजी निधि चतुर्वेदी भी पटवारी की टीम में सचिव बनाई गई हैं। हालांकि आलोक की निधि चतुर्वेदी के परिवार से रिश्ते अभी मधुर नहीं हैं। इसी तरह स्थायी आमंत्रित और बुदनी विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी राजकुमार पटेल की भाभी महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल पॉलीटिकल अफेयर्स कमेटी का हिस्सा हैं।
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