मध्य प्रदेश में आज 55वें जिले के रूप में मैहर की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की। मुख्यमंत्री निवास में विकास रथ को रवाना करते हुए संबोधन के बाद सीएम चौहान ने यह ऐलान किया। गौरतलब है कि तीन साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसकी घोषणा की थी और तब सरकार बदलने से यह अमल नहीं हो सका था। पढ़िये रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री निवास में आज सुबह 127 विकास रथों को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रवाना किया। उन्होंने कहा कि इन विकास रथों के माध्यम से मध्य प्रदेश के 20 साल की विकास गाथा को 230 विधानसभा क्षेत्रों तक पहुंचाया जाएगा। राज्य सरकार की विभिन्न वर्गों की योजनाओं के माध्यम से लोगों के जीवन में आए बदलाव और प्रदेश के विकास की तस्वीर इन रथों के माध्यम से पेश की जाएगी।
मैहर को जिला बनाने की आज से शुरुआत
विकास रथों को रवाना करने के कार्यक्रम के बाद सीएम ने मीडिया से कहा कि मैहर को आज से ही जिला बनाने की शुरुआत की जा रही है। इसकी औपचारिकताएं पूरी करके मैहर को जिले का रूप दिया जाएगा।
यह हो सकता है मैहर का स्वरूप
सतना की उचेहरा तहसील के लगरगवां सर्किल सहित अमरपाटन, रामनगर तहसीलों के 20 राजस्व सर्किलों के 913 गांव को मिलाकर मैहर जिला बनाया जा सकताहै। इसका कुल क्षेत्रफल तीन लाख 23 हाजर 953 हेक्टेयर होगा। जिन सर्किलों को मिलाए जाने की संभावना है उनमें उचेहरा के तीन, मैहर के सात, अमरपाटन व रामनगगर के तीन-तीन हैं। इस तरह से सतना जिले की कुल 11 तहसीलों में से 3 तहसीले अलग हो जाएंगी। मैहर जिले की सीमा 6 जिलों से मिलेगी।
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