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MP में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 40 नाते-रिश्तेदारों को मैदान में उतारा, दिग्विजय परिवारवाद में आगे

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने करीब 40 नाते-रिश्तेदारों को मैदान में उतार दिया है। परिवारवाद में कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सबसे आगे हैं जिनके बेटे-भाई-भांजे-भतीजे और दूर के रिश्तेदार हैं तो नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह भी इसमें पीछे नहीं हैं। भिंड जिला ऐसा है जहां सबसे ज्यादा परिवारवाद के टिकट दिए गए हैं। पढ़िये रिपोर्ट।
कांग्रेस ने अपने 229 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है जिसमें से करीब 20 फीसदी टिकट नेताओं के रिश्तेदारों के नाम चले गए हैं और सालों से राजनीति कर रहे आम कार्यकर्ताओं को उनकी वजह से हाथ मलने के सिवाय कुछ नहीं मिला है। इसमें कांग्रेस नेताओं के करीबी गैर राजनीतिक असरदार लोग भी अपने रिश्तेदारों को टिकट दिलाने में सफल रहे हैं जिनमें पीसीसी चीफ कमलनाथ के सलाहकार प्रवीण कक्कड़ भी हैं। उनके रिश्तेदार धर्मेश घई सतना की मैहर सीट से टिकट लेने में कामयाब हो गए हैं। यहां से भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आ रहे नारायण त्रिपाठी को टिकट देने की लगभग पूरी पटकथा लिखी जा चुकी थी। मगर वे राजनीति के ऐसे शिकार हुए कि उन्हें बैरंग मैहर लौटना पड़ा। वैसे तो कमलनाथ 40 साल से राजनीति में हैं और अब वे छिंदवाड़ा से विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी हैं। उनके बेटे नकुलनाथ यहीं से सांसद हैं।
दिग्विजय सिंह के कोटे में सबसे ज्यादा रिश्तेदार
विधानसभा चुनाव टिकट पाने वाले नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबी और दूर के रिश्तेदारों में से भाई लक्ष्मण सिंह को चांचौड़ा, बेटे जयवर्द्धन सिंह को राघौगढ़, भतीजे प्रियव्रत सिंह को खिलचीपुर, सिंधू विक्रम सिंह को शमसाबाद व घनश्याम सिंह को सेवढ़ा से टिकट मिला है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान करने के बाद एकबार फिर चुनाव मैदान में उतर गए हैं और उन्होंने अपनी समधन चंदा सिंह गौर को खरगापुर और भांजे राहुल सिंह भदौरिया को मेहगांव से टिकट दिला दिया है। इसी तरह पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वर्गीय सत्यदेव कटारे के बेटे हेमंत कटारे को तीसरी बार अटेर से टिकट मिला है। भिंड से चुनाव में उतारे गए चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी के पिता भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हैं और उनके एक भाई मुकेश चतुर्वेदी भाजपा में हैं।
अर्जुनसिंह के बेटे-साले को टिकट
पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह को चुरहट से साले राजेंद्र सिंह को अमरपाटन से फिर पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने अपनी राजनीतिक विरासत को बेटे डॉ. विक्रांत भूरिया को सौंपने के लिए उन्हें अपनी झाबुआ सीट से उतार दिया है तो पूर्व उप मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुभाष यादव के दो पुत्रों अरुण यादव व सचिन यादव ने पिता की राजनीतिक पिच पर बल्लेबाजी की है और सचिन तीसरी बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। निमाड़ के साधौ परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि रही है जिसकी कमान अब डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने संभाल रखी है और वे एकबार फिर चुनाव मैदान में उतरी हैं।
कमलेश्वर पटेल की सीएम बनने की महत्वकांक्षा जागी
विंध्य में इंद्रजीत सिंह पटेल के परिवार की राजनीतिक विरासत के एक और ध्वजवाहक कमलेश्वर पटेल सिहावल से चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी महत्वकांक्षा अब मुख्यमंत्री बनने की है। उनके चुनाव प्रचार में सिंगरौली में एक पोस्टर में यह महत्वकांक्षा दिखाई दी है। देवतालाब में विधानसभा अध्य़क्ष और भाजपा नेता गिरीश गौतम के परिवार के पद्मेश गौतम को कांग्रेस ने उनके ही खिलाफ मैदान में उतार दिया है। यही स्थिति हौशंगाबाद में बन सकती है जहां शर्मा परिवार के दो भाई आमने-सामने आ सकते हैं क्योंकि कांग्रेस ने यहां से एक भाई गिरिजाशंकर को प्रत्याशी बना दिया और भाजपा ने अभी यहां प्रत्याशी को होल्ड पर रखा है।
देखें और कौन किसका रिश्तेदार चुनाव मैदान में उतारा गयाः
प्रत्याशी विधानसभा सीट रिश्तेदार का नाम
आलोक चतुर्वेदी छतरपुर पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी
सिद्धार्थ कुशवाह सतना पूर्व सांसद सुखेंद्र सिंह कुशवाह
तरुण कुमार भनोत जबलपुर पूर्व पूर्व मंत्री केए भनोत
हिना कांवरे लांजी पूर्व मंत्री लिखीराम कांवरे
अनुभा मुंजारे बालाघाट पूर्व सांसद कंकर मुंजारे
रजनीश सिंह केवलारी पूर्व मंत्री हरवंश सिंह
योगेंद्र सिंह बाबा लखनादौन पूर्व मंत्री उर्मिला सिंह
निलय डागा बैतूल पीसीसी के पूर्व कोषाध्यक्ष विनोद डागा
अभिजीत शाह टिमरनी पीसीसी आदिवासी विभाग के पूर्व अध्यक्ष अजय शाह
मनोज शुक्ला नरेला भोपाल शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा
शशांक सक्सेना सीहोर पूर्व विधायक रमेश सक्सेना
उमंग सिंगार गंधवानी पूर्व नेता प्रतिपक्ष जमुना देवी
रीना बौरासी सांवेर पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू
निधि जैन सागर अनिल जैन व पूर्व विधायक शैलेंद्र जैन
अभय मिश्रा सेमरिया पूर्व विधायक नीलम मिश्रा
राजकुमार पटेल भोजपुर पूर्व महापौर भोपाल व अध्यक्ष मप्र महिला कांग्रेस विभा पटेल
आतिफ अकील भोपाल उत्तर पूर्व मंत्री आरिफ अकील
दीपक जोशी खातेगांव पूर्व सीएम कैलाश जोशी
प्रभा गौतम धार पूर्व विधायक बालमुकुंद गौतम
दीपक पिंटू जोशी इंदौर पूर्व मंत्री महेश जोशी
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