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MLA नारायण त्रिपाठी की कांग्रेस में रुकी एंट्री, आखिरी क्या हुआ ?

सतना जिले की मैहर विधानसभा सीट से चार बार विधायक रहने वाले नारायण त्रिपाठी एकबार फिर दलबदल करके कांग्रेस में आने वाले थे लेकिन अचानक उनकी एंट्री रुक गई। अब उनका राजनीतिक भविष्य अधर में लटका हुआ है क्योंकि वे तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी भारतीय राष्ट्रीय समिति के संपर्क में भी थे। पढ़िये रिपोर्ट।
भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी का मैहर से टिकट काटकर भाजपा ने श्रीकांत चतुर्वेदी को प्रत्याशी घोषित किया था जिसके बाद त्रिपाठी ने विधानसभा सचिवालय को पत्र लिखकर विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। साथ ही उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र का पत्र भेज दिया। इसके बाद उनके चुनाव लड़ने की अटकलें शुरू हो गईं और सूत्र बताते हैं कि वे तेलंगाना में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मुलाकात करने भी पहुंचे थे।
कांग्रेस में दो दिन से आने की अटकलें चलीं
तेलंगाना जाने के बाद इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से भी उन्हें विंध्य के नेताओं ने मिलवाया था। दो दिनों से उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा थी और सोमवार को उनके कांग्रेस की सदस्यता लेने की संभावनाओं के बाद फिर मंगलवार को वचन पत्र कार्यक्रम में उनके कांग्रेस में शामिल होने की बात चर्चा में आई।
आखिर क्यों रुकी कांग्रेस में एंट्री
सूत्र बताते हैं कि नारायण त्रिपाठी की कांग्रेस में एंट्री रुकने के पीछे उनके कांग्रेस में मौजूद विरोधी गुट है। त्रिपाठी के विरोधियों ने 2019 के चर्चित हनी ट्रेप कांड से जुड़ी एक सीडी को कांग्रेस नेतृत्व तक पहुंचा दी और इस सीडी में त्रिपाठी से जुड़े कुछ दृश्य भी थे जिनके चलते कांग्रेस नेतृत्व ने चुनाव के ठीक पहले ऐसा फैसला लेने से अपने कदमों को पीछे खींच लिया। गौरतलब है कि त्रिपाठी ने 2015 में कांग्रेस विधायक थे और उसी दौरान उन्होंने इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन की थी। उन्होंने उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता और 2018 में फिर भाजपा से विधायक बने थे। 2015 में कांग्रेस पार्टी छोड़ने की वजह विंध्य की कांग्रेस की राजनीति के तब केंद्र रहे पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह से उनके संबंध ठीक नहीं थे और इसके बाद उन्होंने कांग्रेस में वापसी की कुछेक मर्तबा कोशिश की तो अजय सिंह ने विरोध किया था। इस बार वे काफी समय से वापसी का प्रयास कर रहे थे और ऐनमौके पर सीडी ने उनके रास्ते में कांटे बिछा दिए।
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