मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतों की गणना पूरी हो चुकी है जिसमें अब तक सबसे ज्यादा और सबसे कम मतों के अंतर से जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड बनाने वालों में भाजपा के ही प्रत्याशी हैं। एक हजार से कम मतों के अंतर से जीत हासिल करने वालों मेें कांग्रेस के प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा है। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतगणना के बाद सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीत दर्ज करने वालों में एकबार फिर इंदौर के भाजपा के प्रत्याशी रमेश मेंदोला ने रिकॉर्ड बनाया है और एक लाख सात हजार 47 वोटों से जीत हासिल की है। इसके बाद बड़े मतों के अंतर से जीत दर्ज करने वालों में भाजपा की ही भोपाल की प्रत्याशी कृष्णा गौर का नाम है जिन्होंने एक लाख छह हजार 668 मतों के अंतर से निकटतम प्रतिद्वंद्वी की हराया। तीसरे क्रम पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जीत रही है जिन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को एक लाख चार हजार 974 वोटों से शिकस्त दी है।
सबसे कम मतों के अंतर के मामले में अर्जुन भीमावत
सबसे कम मतों के अंतर के मामले में शाजापुर के भाजपा प्रत्याशी अर्जुन भीमावत का नाम है और मतों के अंतर की वजह से देर शाम तक उनकी जीत या हार का ऐलान नहीं किया गया। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी से केवल 28 मत ज्यादा मिले थे। इसी तरह एक हजार से कम मतों के अंतर वाली सीटों के नतीजों को रोककर रखा गया। जिनमें गोहद के कांग्रेस प्रत्याशी केशव देसाई (361), सेमरिया के कांग्रेस उम्मीदवार अभय मिश्रा (637), वारासिवनी के कांग्रेस प्रत्याशी विवेक विक्की पटेल (334), बैहर के भाजपा प्रत्याशी भगत सिंह नेताम (443), हरदा के कांग्रेस के रामकिशोर दोगने (870), भीकनगांव की कांग्रेस की झूमा सोलंकी (603), राजपुर के कांग्रेस प्रत्याशी बाला बच्चन (745), मनावर के कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. हीरालाल अलावा (708) शामिल हैं। इन सात जगहों के परिणामों को देरशाम तक घोषित नहीं किया गया था। एक हजार से कम मतों के अंतर से जीत दर्ज करने वालों में भाजपा के मंधाता के नारायण पटेल (589) व धरमपुरी के कालूसिंह ठाकुर (356) और कांग्रेस के टिमरनी के अभिजीत शाह (950) व महिदपुर के दिनेश जैन बोस (290) के परिणामों का ऐलान कर दिया गया।
Leave a Reply