मध्य प्रदेश के रायसेन में सोम डिस्टलरीज में बच्चों से शराब बनवाई जा रही थी जिसे राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने पकड़ा। बाल मजदूरी के अलावा शराब जैसे उत्पाद को बच्चों से बनवाए जाने जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बाल अधिकार संरक्षण आयोग को आबकारी विभाग ने जो तर्क दिया उससे अध्यक्ष कानूनगो गुस्से से तमतमा गए और यह गुस्सा देखकर आबकारी अफसर हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता नजर आया। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में सोम डिस्टलरीज की कई दशकों से फैक्टरी है जिसमें शराब बनाई जाती है। इस फैक्टरी के एक स्थान पर कई बाल मजदूरों को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने पकड़ा। इन बच्चों से न केवल मजदूरी कराई जा रही थी बल्कि सामान्य काम नहीं शराब बनाने का काम कराया जा रहा है। आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने यह देखकर आबकारी अफसरों से बात की तो फोन पर वे बदतमीजी भरे अंदाज में जवाब देते रहे और यह सुनकर उन्हें कानूनगो ने तलब किया।
हाथ जोड़कर खड़ा हो गया आबकारी अधिकारी
सोम डिस्टलरीज में बाल मजदूरी और बच्चों से शराब बनवाए जाने की घटना पकड़ने के बाद आयोग के अध्यक्ष कानूनगो ने आबकारी अधिकारी से जब इस बारे में जवाब जानना चाहा तो उसका जवाब सुनकर वे गुस्से से आग बबूला हो गए। उन्होंने अपने स्टाफ को पुलिस को भेजी जाने वाली रिपोर्ट का डिक्टेशन देते हुए कहा कि आबकारी अधिकारियों के खिलाफ इसमें मामला दर्ज कर उन्हें भी आरोपी बनाया जाए।
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