वीवीआईपी और वीआईपी के आने पर सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों को किन बातों पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। यह मध्य प्रदेश पुलिस की स्पेशल ब्रांच ट्रेनिंग सेंटर में आयोजित एक प्रशिक्षण में आला पुलिस अधिकारियों ने बताया जा रहा है। वीआईपी सुरक्षा की बारीकियों को इस प्रशिक्षण में बताने की कोशिश की जा रही है। पढ़िये रिपोर्ट।
पुलिस मुख्यालय की विशेष शाखा के स्पेशल ब्रांच ट्रेनिंग सेंटर में 55 दिन का एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसमें पुलिसकर्मियों को वीवीआईपी व वीआईपी के आगमन पर किस तरह सुरक्षा इंतजाम किए जाने चाहिए, इस बारे में बारीकी से जानकारियां दी जा रही है। प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों के रूप में पुलिस अधिकारी अपने अनुभव व वीआईपी सिक्योरिटी के मापदंडों के अनुरूप कई जानकारियां पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ शेयर करेंगे।
छोटी सी चूक पैदा कर सकती है बड़ी परेशानी
प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ में डीजीपी सुधीर सक्सेना ने प्रशिक्षण लेने आए प्रशिक्षुओं को वीआईपी सुरक्षा की बारीकियां बताईं। उन्होंने प्रशिक्षुओं को बताया कि वीवीआईपी और वीआईपी की सुरक्षा के दौरान छोटी-सी चूक बड़ी समस्या उत्पन्न कर सकती है। वीवीआईपी-वीआईपी के आगमन से पूर्व ही सुरक्षा के सभी मापदंडों को परख लिया जाए और सभी विभागों में समन्वय के साथ पूरी मुस्तैदी से कर्तव्य का निर्वहन करें।
वीवीआईपी सुरक्षा में प्रोटोकॉल नहीं टारगेट पर ध्यान दें
डीजीपी ने कहा कि हमेशा से वीआईपी सुरक्षा महत्वपूर्ण रही है और लोकसभा चुनाव को लेकर वीआईपी सुरक्षा प्रासंगिक है। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहा कि अपनी ओर से कोई कमी न छोड़ें और वीआईपी सुरक्षा के लिए जो भी संभव प्रयास कर सकते हैं, उन्हें लागू करें। उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं से कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आपके प्रोफेशनल व पर्सनल लाइफ और करियर सिक्योरिटी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे अत्यंत गंभीरता से लें। वीआईपी सिक्योरिटी के दौरान प्रोटोकॉल के बजाय अपने लक्ष्य पर ध्यान दें और आसपास की सभी गतिविधियों पर नजर रखें।
वीआईपी सिक्योरिटी में शामिल हर व्यक्ति को पूरी जानकारी हो
डीजीपी ने कहा कि वीआईपी सिक्योरिटी के लिए वहां पर कार्यरत और उपस्थित आखिरी व्यक्ति तक को पूरी जानकारी होनी चाहिए कि कौन व कितने व्यक्ति कार्यक्रम में आएंगे, सभी अनुमतियां ले ली गई हैं या नहीं आदि। साथ ही वीवीआईपी सुरक्षा में शामिल सिपाही से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक सभी आइडेंटिफाइड होने चाहिए। इस दौरान सक्सेना ने वीवीआईपी सुरक्षा के दौरान ध्यान रखने योग्य कई छोटी-छोटी बातों पर उद्धरण देकर प्रकाश डाला। उन्होंने हेलीपेड पर, रास्ते में, जनसभा के दौरान या कारों का काफिला निकालने के दौरान वीवीआईपी सुरक्षा के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इस संबंध में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की।
विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षक करेंगे प्रशिक्षित
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव और वीवीआईपी भ्रमण के दृष्टिगत आयोजित किए जा रहे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 10 आईपीएस और 19 राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में तैयार किया गया है। इस आयोजन के दौरान हर विषय के बारे में विशेषज्ञों और अनुभवी शिक्षकों द्वारा व्याख्यान दिए जाएंगे।
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