मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में आठ दिन पहले ब्याह एक आदिवासी युवक ने रात को जब पूरा परिवार गहरी नींद में सो रहा था तो कुल्हाड़ी से सबकी हत्या कर दी और खुद गांव के बाहर एक पेड़ पर फांसी पर लटक गया। आत्महत्या के पहले उसने अपनी नवविवाहिता पत्नी सहित मां, भाई-भाभी, बहन, तीन नन्हें भतीजे-भतीजियों को मार डाला। पढ़िये दर्दनाक वाक्या।
मामला छिंदवाड़ा जिले की तामिया तहसील के ग्राम बाोदल कछार गांव का है। यहां 21 मई को ब्याह करने वाले आदिवासी युवक दिनेश उर्फ भूरा ने मंगलवार-बुधवार की रात को परिवार के लोगों पर हमला किया। पूरा परिवार गहरी नींद में सोया था और दिनेश ने कुल्हाड़ी से अपनी पत्नी, मां, भाई-भाभी, बहन, पांच साल के भतीजे व चार और डेढ़ साल की दो भतीजियों को कुल्हाड़ी से काट डाला। रात को पुलिस सूचना पर जब घटनास्थल पर पहुंची तो पूरा गांव दहशत में था और दिनेश के घर में खून से लथपथ शवों के ढेर लगे थे।
रात को जंगल सर्च में मिला दिनेश का शव
परिवार की हत्या करने के बाद दिनेश की पुलिस ने तलाश शुरू की क्योंकि घटनास्थल पर वह नहीं मिला था। उसकी तलाश शुरू हुई तो गांव के बाहर एक नाले के किनारे लगे पेड़ पर एक शव लटका मिला। यह शव दिनेश उर्फ भूरा का ही थी। उसके बारे में प्रारंभिक पुलिस जांच में जानकारी मिली है कि उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी और उसका नर्मदापुरम में इलाज भी चला था।
परिवार के लोगों को मारने के बाद ताऊ के घर पहुंचा
बताया जाता है कि आरोपी दिनेश अपने परिवार के लोगों को खत्म करने के बाद पास ही स्थित परिवार के ताऊ के यहां पहुंचा। यहां भी उसने दस सालके बच्चे पर कुल्हाड़ी से हमला किया। कुल्हाड़ी के हमले में बच्चे का जबड़ा लहूलुहान हो गया। इस बीच बच्चे की दादी ने शोर मचाया तो दिेनेश वहां से भाग गया। दिनेश का घर गांव में एक तरफ है। बसाहट कम है। ताऊ का घर उसके घर से कुछ फासले पर ही है।
पीड़ित परिवार को 10 लाख की सहायता
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना के पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। साथ ही परिवार के मृत लोगों की अंत्येष्टि में मंत्री संपतिया उइके शामिल हुईं और अंत्येष्टि के लिए शासन की ओर से 10-10 हजार रुपए अलग से मदद प्रदान की गई।
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