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कमलनाथ समर्थकों के दिल्ली में जमावड़े, सोशल मीडिया प्रोफाइल से कांग्रेस प्रतीक हटाए गए फिर भी ठीकरा मीडिया पर….

कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाजपा में जाने की चर्चाओं को कमलनाथ से लेकर उनके समर्थक, कांग्रेस नेता मीडिया पर ठीकरा फोड़कर कह रहे हैं कि मीडिया की बनाई गई कहानी है। जबकि कमलनाथ छिंदवाड़ा के कार्यक्रमों को स्थगित कर दिल्ली पहुंचे और वहां चले राजनीतिक घटनाक्रम, उनके कांग्रेस नेताओं के बयान, सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं पार्टी छोड़ने की रणनीति की ओर इशारा कर रही थीं। अब उन्हें कांग्रेस ने अपने पोस्टर-बैनर से भी दूर करने की हिम्मत जुटा ली है। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की हाईकमान से नाराजगी का कारण आज तक किसी को समझ नहीं आया है। उन्होंने जिस ढंग से भाजपा में जाने की रणनीति अपनाते हुए समर्थकों को दिल्ली बुलाया, समर्थकों के सोशल मीडिया प्रोफाइल में बदलाव हुए वह कमलनाथ के पार्टी से अलग होने की ओर इशारा कर रहे थे। उन्होंने अपने कांग्रेस छोड़ने और भाजपा में जाने की चर्चाओं का इस दौरान खंडन नहीं किया लेकिन समर्थन भी नहीं किया। वे सवालों को टालते रहे। मगर उनके समर्थकों प्रमुख रूप से सज्जन सिंह वर्मा ने अपने बयानों में सीधे नहीं अप्रत्यक्ष रूप से उनके भाजपा में जाने की चर्चाओं को स्वीकार किया था।
समर्थकों के सोशल मीडिया प्रोफाइलों में बदलाव
कमलनाथ के कांग्रेस से नाराजगी व भाजपा में जाने की चर्चाओं के दौरान उनके समर्थकों के सोशल मीडिया पर बदलाव होते देखे गए। पहले उनके पुत्र नकुलनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल से कांग्रेस नेता के प्रतीक चिन्ह हो अलग कर सामान्य तस्वीर लगाई और फिर सज्जन सिंह वर्मा ने यह बदलाव किया। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया टीम के प्रमुख अभय तिवारी ने भी इन चर्चाओं के बीच अपने व्हाट्सअप स्टेट्स से कमलनाथ की तस्वीर अलग कर ली। इन बदलावों से कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ने की चर्चाओं को और बल मिला।
दिल्ली में नाथ समर्थकों की भीड़ जुटी
कमलनाथ के कांग्रेस से नाराजगी और भाजपा में जाने की चर्चाओं के बीच उनके छिंदवाड़ा के अपने कार्यक्रमों को स्थगित कर दिल्ली पहुंचने और वहां समर्थक दिल्ली में भीड़ के रूप में जमा हो गए थे। इनमें समर्थक सज्जन सिंह वर्मा, सुखदेव पांसे से लेकर कुछ संगठन के नेता कमलनाथ के बंगले पर दो-तीन दिन तक दिन-रात डटे रहे।
अब पोस्टर-बैनर से दूर कर रही कांग्रेस
वहीं, अब जब कमलनाथ के कांग्रेस में ही रहने और भाजपा में जाने की चर्चाओं को मीडिया व भाजपा द्वारा बनाई गई कहानी कहा जा रहा है तो पार्टी ने नाथ को अपने पोस्टर-बैनर से ही दूर रखने की हिम्मत जुटा ली है। भोपाल में शहर कांग्रेस के सोमवार को आयोजित धरने के बैनर में जिला शहर कांग्रेस कमेटी ने कमलनाथ की तस्वीर तक नहीं लगाई।
नेता प्रतिपक्ष का भी विधायकों को धन्यवाद
पूरे घटनाक्रम को पार्टी जहां मीडिया और भाजपा की बनाई कहानी बता रही है वहीं, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने विधायकों को पार्टी का साथ देने के लिए धन्यवाद दे दिया है। उन्होंने कहा कि तीन-चार दिन के घटना में विधायकों के धैर्य और कांग्रेस के साथ अडिग होकर खड़े रहने को मनोवैज्ञानिक जीत बताया है। नेता प्रतिपक्ष के इस वीडियो बयान में कमलनाथ के भाजपा में जाने की चर्चाओं की बात की अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकारोक्ति है।
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