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कांग्रेस में मनाने के बजाय रुठने को मजबूर कर रहे नेता, छिंदवाड़ा-इंदौर के बाद बैतूल-पन्ना में नाराजगी

लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस पार्टी छोड़ने वालों का सिलसिला थम नहीं रहा है लेकिन कांग्रेस के जिम्मेदार नेता रुठों को मनाने के बजाय उनकी नाराजगी का कारण बन रहे हैं। बैतूल में जिला अध्यक्ष को मंच पर ऐसा अपमानित किया गया कि उन्होंने नेताओं के जाने के बाद अध्यक्ष पद से ही इस्तीफा दे दिया तो पन्ना में जिला अध्यक्ष पद से हटाई गई महिला नेता ने तो पार्टी ही छोड़ दी। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश कांग्रेस में लोकसभा चुनाव के परिणामों को प्रभावित करने के लिए भाजपा द्वारा नेताओं को अपनी तरफ खींचकर पार्टी ज्वाइन कराने की रणनीति पर रोजाना काम किया जा रहा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पन्ना में नामांकन पर्चा भरने पहुंचे थे तो वहां कांग्रेस से नाराज चल रही पूर्व जिला अध्यक्ष शारदा पाठक ने भाजपा का दामन थाम लिया। शारदा पाठक पिछले दिनों जिला अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। पाठक ने खबर सबकी से चर्चा में कहा कि कांग्रेस में मेहनती कार्यकर्ता का मूल्यांकन नहीं है और सम्मान नहीं है। शारदा पाठक के साथ कांग्रेस के दो पार्षद और अन्य कार्यकर्ता भी भाजपा में शामिल हुए हैं।
बैतूल में मंच पर अपमान के बाद इस्तीफा
नाराज होकर पार्टी छोड़ने के बाद भी कांग्रेस में नेताओं को सम्मान नहीं दिया जा रहा है और ऐसी एक घटना बुधवार को बैतूल में हुई। यहां प्रदेश प्रभारी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, अरुण यादव पहुंचे थे। मंच पर नेताओं के भाषणों में जिला अध्यक्ष सुनील शर्मा को बोलने से रोक दिया गया। इससे नाराज होकर सुनील शर्मा ने कुछ देर बाद ही जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा कमलनाथ को भेज दिया। खबर सबकी से चर्चा में सुनील शर्मा ने पद से इस्तीफा देने की बात स्वीकार की लेकिन कारण के बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा।
अब तक कमलनाथ-पटवारी के घर में घुसकर नेताओं को तोड़ा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के गृह नगर इंदौर में उनके रिश्तेदार व अन्य नेताओं को भाजपा में शामिल करने के साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा उनके विश्वस्त साथियों को तोड़ने में भाजपा अब तक सफल रही है। कमलनाथ के लिए 2018 में सरकार बनने के बाद विधानसभा सीट को खाली करने वाले उनके नजदीकी दीपक सक्सेना के घर में ही भाजपा घुस गई। दीपक सक्सेना के एक बेटे को भाजपा में शामिल कर लिया तो दीपक की घेराबंदी का भी लगातार प्रयास किया जा रहा है। कमलनाथ के दूसरे करीबी सैयद जाफर को भाजपा ने अपने साथ ले लिया जिन्होंने आते ही दीपक सक्सेना के बेटे व छिंदवाड़ा के महापौर को कमलनाथ से छीनकर भाजपा में प्रवेश दिलाया। एक विधायक कमलेश प्रताप शाह भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
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