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हरदा पटाखा फैक्ट्री धमाकाः सरकार ने दो तो विपक्ष ने भी संगठन-विधायक दल की अपनी-अपनी कमेटियां बनाईं
मध्य प्रदेश के हरदा पटाखा फैक्ट्री धमाके मे दर्जनभर लोगों की मौत हो गई और बड़ी सख्या में लोग घायल हुए तो उन्हें अस्पतालों तक ले जाने में एंबुलैंस कम पड़ गईं। घटना से शोक की लहर हरदा से लेकर दिल्ली तक पहुंच गई और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया तो प्रदेश सरकार ने घटना की जांच के लिए दो कमेटियां बनाईं। वहीं, कांग्रेस में इस दुखद घटना में भी संगठन और विधायक दल बंटा हुआ नजर आया, दोनों ने ही अलग-अलग कमेटियां बनाकर जांच कराने का ऐलान किया। पढ़िये रिपोर्ट।
हरदा में अग्रवाल बंधुओं द्वारा चलाई जा रही एक पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को पूर्वान्ह अचानक आग लग गई और धमाकों की गूंज से पूरा हरदा और आसपास के करीब 30 किलोमीटर का क्षेत्र दहशत में डूब गया। घटनास्थल पर चीखें गूंज गईं और अस्पताल में डॉक्टर और आग बुझाने की एंबुलैंस कम पड़ गए। घटना के कुछ मिनिट बाद ही जब शवों के ढेर लोगों ने देखे तो शहर दहशत-डर के साथ शोक में डूब गया। हरदा से लेकर भोपाल और फिर दिल्ली तक पटाखा फैक्ट्री के धमाकों से लोगों की मौत व घायलों के प्रति शोक संवेदना में डूब गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जहां आपात बैठक बुलाई तो वहीं राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री को जब इस घटना की जानकारी लगी तो उन्होंने तुरंत शोक संदेश के साथ मुआवजा, राहत व बचाव के लिए केंद्र की तरफ से मदद का ऐलान किया।
डॉक्टर और एंबुलैंस कम पड़े
घटना इतनी भयावह थी कि मृतकों की लाशों को अस्पताल तक पहुंचाने और घायलों को इलाज उपलब्ध कराने के लिए डॉक्टर ही कम पड़ गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलैंस की कमी हो गई। स्थिति देखकर स्थानीय विधायक रामकिशोर दोगने ने शहर के लोगों से वीडियो अपील की कि जिसके पास जो भी चार पहिया गाड़ी हो वह उसे घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए ले आए। वहीं, शासन की ओर से भी भोपाल, इंदौर और अन्य जिलों से डॉक्टरों की टीम को हरदा भेजा गया। भोपाल में एम्स और हमीदिया अस्पताल में इलाज के लिए विशेष निर्देश जारी कर अलर्ट जारी किया गया। एंबुलैंस के लिए भोपाल, सहित अन्य जिलों से करीब 115 गाड़ियों को हरदा भेजा गया। फायर ब्रिगेड की दमकलों को भी कई जगह से हरदा भेजा गया।
जान बचाने लोग बदहवास भागे
घटना के आसपास के लोगों ने जान बचाने के लिए ऐसी दौड़ लगाई कि उन्हें न अपने कपड़े की चिंता थी, न जूते चप्पल की। अफरा-तफरी में कई लोग अपनी गाड़ियां छोड़कर ही भाग गए। घटनास्थल के आसपास कई बाइक और स्कूटल लावारिस पड़े रहे जिससे एंबुलैंस व फायर ब्रिगेड की दमकलों को निकलने में परेशानी हुई। सड़क पर जूते-चप्पल का ढेर लग गया। कई घंटे तक घटनास्थल पटाखों के धमाकों की आवाजें आती रही। भोपाल में कांग्रेस के मोहम्मद शावर ने घटना में मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला।
सरकार की दो जांच कमेटियां, कांग्रेस संगठन-विधायक दल की भी अपनी-अपनी कमेटियां
राज्य शासन ने घटना के बाद आपदा प्रबंधन राहत व बचाव की समीक्षा के लिए एसीएस स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई तो घटना की जांच के लिए प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे की अध्यक्षता में दूसरी कमेटी बनाई। इसके अलावा विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से संगठन और विधायक दल ने अलग-अलग कमेटियां बनाईं। संगठन की तरफ से पीसी शर्मा व रामू टेकाम की एक कमेटी बनाई गई तो विधायक दल के नेता उमंग सिंगार ने विधायक रामकिशोर दोगने तथा अभिजीत शाह की एक कमेटी बनाई।
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