सरकार द्वारा कृ्त्रिम गर्भाधान कार्यक्रम में गोवश व भैंसवंश के कृत्रिम गर्भादान के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाती है मगर छिंदवाड़ा में मवेशी पालने वाले किसान को सरकारी प्रोत्साहन राशि देने में भी पशु चिकित्सक ने कमीशन लेने की कोशिश की। 50 फीसदी से ज्यादा राशि का कमीशन की मांग करने वाले इस पशु चिकित्सक को लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ लिया है। पढ़िये रिपोर्ट कौन पशु चिकित्सक है जिसने मांगी मोटी रिश्वत।
छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव तहसील के जमकुंडा गांव के गौसेवक सुरेश यदुवंशी को राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भादान कार्यक्रम में गोवंश या भैंसवंश के कृत्रिम गर्भादान में 45 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि की पात्रता बनी थी। 2021 2022 में उसे यह प्रोत्साहन राशि मिलना थी जो पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी विकासखंड दातलावादी जुन्नारदेव कार्यालय के पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी डॉ. योगेश कुमार सेमिल को गोसेवक को देना थी। डॉ. सेमिल ने सुरेश को 45000 रुपए की प्रोत्साहन राशि में 25 हजार रुपए की राशि उसे रिश्वत में देने की बात कही।
20000 रिश्वत देना तय हुआ
सुरेश यदुवंशी ने सरकार की प्रोत्साहन राशि में से 20 हजार रुपए की रिश्वत की राशि डॉ. योगेश कुमार सेमिल से मंगलवार को देना तय किया। लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत होने पर पूरे मामले की जांच-पड़ताल करने के बाद मंगलवार को डॉ. सेमिल को रिश्वत लेते हुए पकड़ने की योजना बनाई। डॉ. सेमिल को उनके कार्यालय में लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए पकड़कर गिरफ्तार किया।
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