मध्य प्रदेश के आदिवासी जिले आलीराजपुर में एक ही परिवार के पांच लोग फांसी पर लटके मिले। घटना को लेकर क्षेत्र में सनसनी फैल गई और पुलिस के लिए घटना हत्या-आत्महत्या के बीच की गुत्थी के समान उलझ गई है। पढ़िये रिपोर्ट।
जानकारी के मुताबिक आलीराजपुर के ग्राम सोंडवा थाना क्षेत्र के ग्राम राऊड़ी में राकेश अपनी पत्नी ललिता, दो बेटों प्रकाश व अक्षय, बेटी लक्ष्मी के साथ रहता था। आज सुबह उसके यहां उसका काका पहुंचे तो घर के अंदर का दृश्य देखकर वे शोर मचाते हुए बाहर आए। उनके शोर मचाने से गांव में भीड़ जमा हो गई और घर के भीतर देखा तो राकेश अपनी पत्नी व बच्चों के साथ मृत हालत में फांसी के फंदे पर लटके थे। घटना को लेकर गांव में सनसनी फैल गई और आलीराजपुर के कलेक्टर अरविंद बेडेकर तथा एसपी राजेश व्यास वहां पहुंच गए।
बच्चों की हत्या के बाद आत्महत्या की आशंका
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक घटना हत्या और आत्महत्या के बीच गुत्थी जैसी उलझ गई है। प्रारंभिक तौर पर कहा जा रहा है कि बच्चों की हत्या कर लटकाने के बाद राकेश व उसकी पत्नी ललिता ने आत्महत्या की। मगर इसको लेकर परिवार से जुड़े लोग अभी पूरी तरह सहमत नहीं है और साथ ही नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने भी इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लिखा है कि आदिवासी इतना कमजोर नहीं होता कि आत्महत्या करे।
पिता से कुछ दिन पहले मारपीट
घटना के पीछे कारणों की जांच में यह भी सामने आया है कि राकेश की कुछ दिन पहले अपने पिता से लड़ाई हुई थी। इसमें हथियार भी चले थे। पुलिस की जांच में यह तथ्य भी शामिल किया गया है कि घटना के पीछे पारिवारिक विवाद तो नहीं है।
गरीबी के कारण आत्महत्या तो नहीं
वहीं, राकेश के अपने परिवार को मारने के बाद खुद आत्महत्या कर लेने के तथ्य को फिलहाल प्रशासन कुछ तर्कों के आधार पर निराधार बता रहा है। बताया जा रहा है कि राकेश के पास पांच एकड़ जमीन थी और वह खेती करता था। वह गरीब नहीं था और गरीबी के कारण उसके द्वारा परिवार की हत्या के बाद आत्महत्या की घटना को लेकर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी इस तर्क पर नकार रहे हैं।
Leave a Reply