मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में मतदान के कुछ घंटे पहले छतरपुर में हुई हिंसा की घटना पर राजनीति तेज हो गई है। घटना के दिन मतदान के दौरान पुलिस ने पहले भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया सहित कई अन्य लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया था और इसके बाद कांग्रेस नेताओं पर लगातार दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। हत्या के प्रयास के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर आचार संहिता के उल्लंघन का केस दर्ज कर लिया गया है। पढ़िये रिपोर्ट।
छतरपुर जिले की राजनगर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया और कांग्रेस प्रत्याशी कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा व उनके समर्थकों के बीच मतदान के कुछ घंटे पहले रुपए बांटे जाने के कथित घटनाक्रम के दौरान आमना-सामना हुआ था। इसमें कांग्रेस नेता सलमान की गाड़ियों से कुचल दिए जाने के कारण मौत हो गई थी और इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह ने चेतावनी दी थी कि अगर पुलिस ने एक्शन नहीं लिया तो वे और उनके साथी कानून अपने हाथ में ले लेंगे। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी पटेरिया सहित कई लोगों पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया था। इस मामले में मतदान के बाद कांग्रेस ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 19 नवंबर को खजुराहो थाने के बाहर टेंट लगाकर रात में धरना दिया था। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, छतरपुर जिले की विधानसभा सीटों के कांग्रेस प्रत्याशी रातभर धरने पर बैठे थे। फिर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा वहां पहुंचे और उन्होंने अरविंद पटेरिया व जिला अध्यक्ष मलखान सिंह से चर्चा की। पुलिस अधीक्षक अमित सांघी को ज्ञापन सौंपा जिसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नातीराजा व उनके साथियों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ। इसके बाद मंगलवार की शाम को दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के 60-70 अन्य नेताओं पर बिना अनुमति के थाने के बाहर धरना देने पर आचार संहिता उल्लंघन का मामला कायम किया।
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