मध्य प्रदेश में भाजपा की डॉ. मोहन यादव सरकार के अस्तित्व में आने के बाद पूर्ववर्ती शिवराज सरकार में मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव के विश्वस्त अफसरों को फेरबदल में हटाया गया था लेकिन उन्हें अभी तक पोस्टिंग नहीं दी गई थी। रविवार को अवकाश के दिन इनमें से करीब आधा दर्जन अधिकारियों को यादव सरकार ने काम सौंप दिया है लेकिन कार्य आवंटन में इन अधिकारियों को लूप लाइन वाली पोस्टिंग दी गई है। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार की दूसरी प्रशासनिक सर्जरी की गई है जिसमें काफी समय पहले हटाए गए करीब आधा दर्जन अधिकारियों को भी पोस्टिंग मिल गई है। इनमें सबसे प्रमुख नाम मनीष रस्तोगी, मनीष सिंह, तरुण राठी, किशोर कन्याल, कुमार पुरुषोत्तम व नीरज कुमार वशिष्ठ के हैं। इस प्रशासनिक सर्जरी में जहां सीधे तौर पर 18 अधिकारियों की पोस्टिंग की गई है तो जिन 11 अधिकारियों के पास अतिरिक्त प्रभार थे, उन्हें मुक्त कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव को ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है तथा वर्तमान प्रभार वाले विभागों को अतिरिक्त प्रभार के रूप में दिया गया है।
मनीष रस्तोगी-मनीष सिंह को पोस्टिंग
भाजपा की शिवराज सरकार में मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ मनीष रस्तोगी को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शपथ ग्रहण के बाद सबसे आदेश में हटा दिया था और तब से वे बिना विभाग के मंत्रालय में पदस्थ थे। रस्तोगी को जेल विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। इसी तरह पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के विश्वस्त अफसरों में प्रमुख स्थान रखने वाले प्रमोटी आईएएस अधिकारी मनीष सिंह को आयुक्त जनसंपर्क से हटाने के बाद अब तक कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई थी और आज जारी आदेश में उन्हें मध्य प्रदेश राज्य उपभोक्ता प्रतितोषण विवाद आयोग का रजिस्ट्रार बनाया गया है।
गुना हादसे पर हटाए गए राठी को भी मिला प्रभार
गुना बस हादसे के बाद कलेक्टर तरुण राठी को हटा दिया गया था और तब से ही वे बिना काम के मंत्रालय में पदस्थ थे। आज उन्हें भी वाल्मी का संचालक बनाकर काम दिया गया है। मुख्यमंत्री यादव के गृह जिले उज्जैन के कलेक्टर व पूर्व मुख्य सचिव बैंस के एक और विश्वस्त अधिकारी कुमार पुरुषोत्तम को भी नई सरकार में कलेक्टरी से हटा दिया गया था और तब से वे भी बिना काम के मंत्रालय में पदस्थ थे। आज उन्हें पिछड़ा वर्ग और अल्प संख्यक कल्याण विभाग में उप सचिव बनाया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निकटतम अफसरों में शामिल नीरज कुमार वशिष्ठ को भी कई सप्ताह से बिना काम के सरकार ने मंत्रालय में पदस्थ कर रखा था और आज जारी आदेश में उन्हें उप सचिव विमुक्त घुमंतु और अर्द्ध घुमंतु संचालक बना दिया गया है। ड्राइवरों के हड़ताल में प्रतिनिधि मंडल से चर्चा के दौरान एक ड्राइवर को उसकी औकात बताने वाले तत्कालीन शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल को भी मोहन यादव सरकार में वन विभाग में उप सचिव में पदस्थ कर दिया गया है।
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