श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति, उज्जैन के आयोजन 19 वे अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव 24 शिव संभवम के छटेव अंतिम शनिवार को नियोजित शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य की रसवर्षा से नटराज श्री महाकालेश्वर की आराधना के उपक्रम में पहली प्रस्तुति आनंद वैद्य के शास्त्रीय गायन की हुई।
आनंद वैद्य ने अपने शास्त्रीय गायन का प्रारम्भ शुरूआत राग गोरखकल्याण एकताल मे निबद्ध विलंबित रचना आयो दरबार तुम्हरे करतार…. से की | उसके पश्यात एकताल में द्रुत रचना हर हर शिव शम्भूनाथ…. की प्रस्तुति के बाद पुष्टि मार्गी संत परमानन्द दास का भजन माइ मेरो हरी नागर सो नेह…. की प्रस्तुति दी | वैद्य ने अपनी प्रस्तुति का समापन संकीर्तन से किया | आपके साथ तबला संगत श्री निशान्त शर्मा एवम् हार्मोनियम पर श्री अतुल साकेत ने संगत दी|
द्वितीय प्रस्तुति इंदौर की संस्था मुद्रा कथक नृत्य अकादमी का समूह कथक नृत्य की हुई। संचालिका नृत्याचार्या श्रीमती तनुजा हिरपाठक के नृत्य निर्देशन में समूह कथक नृत्य की प्रस्तुति में नृत्यांगनाओ द्वारा सर्वप्रथम शिव वंदना प्रस्तुत की गई | उसके पश्चात ताल धमार में कुछ परन तिहाइयाँ आदि की प्रस्तुति हुई और भाव अंग में दक्ष यज्ञ की प्रस्तुति होगी, जिसमें नृत्य के बोल कवित तिहाइयों के माध्यम से दक्ष यज्ञ को प्रस्तुत किया गया | हारमोनियम पर श्री रजत सेम, तबले पर श्री मोहित शाक्य, पढंत पर श्रीमती तनुजा हिरपाठक एवं कु.वैशवी हिरपाठक एवं गौरी हिरपाठक ने संगत दी | प्रस्तुति देने वाले कलाकारो में कु.सानवी हिरपाठक, कु.साक्षी महेश्वरकर, कु. सायुज्जा कुलकर्णी, कु.अनुवी गुप्ता, कु.मृणाल मौघे एवं कु. पृथा सोनार मंच पर प्रस्तुति दी |
श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति द्वारा आयोजित “शिवसंभवम” श्रावण महोत्सव 2024 की अंतिम संध्या की अंतिम प्रस्तुति सुश्री मयूरी शर्मा सक्सेना द्वारा दी जाएगी। कथक में शिव स्तुति भोले शिव भोले……, ताल धमार में आमद, तोड़े, परन, और रामचरितमानस के कुछ दोहो पर भाव पक्ष प्रस्तुति दी। आपके साथ सितार पर डॉ.विनीता महूरकर, गायन पं कुलदीप दुबे, तबले पर श्री विनायक शर्मा और हारमोनियम पर श्री रोहित परिहार द्वारा संगत की जाएगी।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि प्रोफेसर विजय कुमार सीजी कुलगुरु, महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन एवं प्रोफेसर तुलसीदास परोहा महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन व समिति सदस्य श्री राजेन्द्र शर्मा ‘गुरुजी’ द्वारा श्री महाकालेश्वर भगवान के समक्ष दीप-प्रज्जवलन कर किया गया।
दीपप्रज्वलन के उपरांत गणमान्य अतिथि का श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य राजेंद्र शर्मा“गुरूजी” द्वारा सम्मान किया गया। गणमान्य अतिथि द्वारा प्रस्तुति हेतु पधारे कलाकारों का सम्मान किया गया। मंच संचालन दीपक कोडापे द्वारा किया गया। आभार सहायक प्रशासनिक अधिकारी आर.के.तिवारी द्वारा किया गया। संगीत की इस विविधता भरी सुरीली संध्या के साक्षी बनने नगर के कलाप्रेमी दर्शक व कलाकार भी आये।
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