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OIC में अधिकारियों-एजेंटों की सांठगांठ से बीमा का फर्जी दावा, CBI में 13 आरोपियों पर FIR
ओरियंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों और एजेंट ने तेंदूपत्ता की सतना की कंपनियों के साथ मिलकर फर्जी बीमा दावा किया और 14 पॉलिसियों बनाकर करीब चार करोड़ रुपए का लाभ कमाया। सीबीआई ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा कर बुधवार को बीमा कंपनी के अधिकारियों सहित 13 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस संबंध में बुधवार को सतना के अलावा इंदौर व जबलपुर में भी छापे मारे गए। पढ़िये रिपोर्ट।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (ओआईसी लिमिटेड) के क्षेत्रीय प्रबंधक की शिकायत के आधार पर ओआईसी लिमिटेड के मंडल कार्यालय के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक और विकास अधिकारी सहित 13 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फर्जी दावा निपटान के आरोप में मध्य प्रदेश के सतना के एक एजेंट, इंदौर स्थित एक सर्वेक्षक और हानि मूल्यांकनकर्ता, एक जांचकर्ता और सतना स्थित निजी फर्मों के आठ मालिकों सहित 11 निजी व्यक्तियों पर मुकदमा बना है। इन पर आरोप लगाया गया है कि वर्ष 2022 के दौरान आपस में एक आपराधिक साजिश रची और उसके फर्मों के मालिकों के साथ मिलकर ओआईसी लिमिटेड, सतना से धोखाधड़ी से बीमा राशि का दावा किया। इस तरह इन लोगों ने करीब चार करोड़ रुपये की गड़बड़ी की।
तेंदूपत्ता व्यापारियों की सात फर्मों का मामला
शिकायत में आरोप लगाया गया कि सात तेंदू पत्ता व्यापारी फर्मों के आरोपी मालिकों ने मई 2022 में 14 पॉलिसियों के तहत ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, सतना से तेंदूपत्ता के स्टॉक का बीमा कराया था। इसका स्टॉक अपने पास रखा था। सतना जिले के ग्राम अहिरगांव में एक गोदाम जो कथित तौर पर आग से जल गया। हालांकि इस गोदाम में पता चला कि कोई बिजली कनेक्शन ही नहीं था और कथित आग मानव निर्मित थी। यह भी आरोप लगाया गया कि इस संबंध में सर्वेयर, जांचकर्ता और ओआईसी लिमिटेड के अधिकारियों द्वारा स्थानीय पुलिस की एफआईआर और पंचनामा को नजरअंदाज कर दिया। कथित तौर पर सात फर्मों ने चार्टर्ड अकाउंटेंट की मदद से बढ़े हुए क्लोजिंग स्टॉक के लिए फर्जी ट्रेडिंग खाते तैयार किए गए जिन्हें सर्वेक्षक, जांचकर्ता और ओआईसी लिमिटेड के अधिकारियों द्वारा सत्यापित नहीं किया गया। उन्होंने इस तथ्य को भी नजरअंदाज कर दिया कि कोई जीएसटी रिटर्न दाखिल नहीं किया गया था। यह भी आरोप लगाया गया था कि मध्य प्रदेश वन विभाग द्वारा तेंदू पत्ते मेसर्स पी.सी. ट्रेडिंग कंपनी (व्यापारिक फर्मों को तेंदू पत्तों के कथित आपूर्तिकर्ता) को बेचे गए थे, न कि अन्य सात आरोपी फर्मों को।
सात पॉलिसियों को 14 पालिसी बनाया गया
यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपी विकास अधिकारी ने ओआईसी लिमिटेड के नियमों और विनियमों के खिलाफ सात बीमा पॉलिसी को 14 पॉलिसियों (सात फर्मों के लिए प्रत्येक दो पॉलिसियां) में विभाजित करके दावा राशि को वरिष्ठ मंडल प्रबंधक के वित्तीय अधिकार के भीतर लाया गया। उच्च अधिकारियों को संदर्भित किए बिना दावों को मंजूरी देने की परिस्थितियाँ निर्मित की गईं। इसके बाद, फर्मों ने 14 बीमा पॉलिसियों में 14 दावे दायर किए जिनका निपटान ओआईसी लिमिटेड, सतना से किया गया।
साजिश यह थी
बताया जाता है कि साजिश के अनुसरण में, आरोपी वरिष्ठ मंडल प्रबंधक ने कथित तौर पर संबंधित आरोपियों से सर्वेक्षण और जांच कराई, जिन्होंने अग्नि दुर्घटना में हुए नुकसान को बढ़ाकर 14 सर्वेक्षण रिपोर्ट और 14 जांच रिपोर्ट प्रस्तुत कीं। कथित बढ़ी हुई सर्वेक्षण रिपोर्ट/जांच रिपोर्ट के आधार पर, आरोपी वरिष्ठ मंडल प्रबंधक ने धोखाधड़ी से इन फर्मों के पक्ष में दावों का निपटान किया।एफआईआऱ दर्ज किए जाने के बाद बुधवार को मध्य प्रदेश के इंदौर, सतना और जबलपुर में आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों सहित तीन स्थानों पर तलाशी ली गई जो पूरे दिन चली और खबर लिखे जाने तक जारी थी। जिसमें विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
इनके खिलाफ एफआईआर
विजय कुमार मोंगिया, विकास अधिकारी, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, संभागीय कार्यालय, सतना, आरसी पार्टेरी, वरिष्ठ मंडल प्रबंधक, ओरिएंटल इंश्योरेंस, कंपनी लिमिटेड, संभागीय कार्यालय, सतना, श्रीचंद अग्रवाल, एजेंट, श्री विजय के अधीन कार्यरत, कुमार मोंगिया, सतना. सुनील गर्ग, सर्वेयर एवं; हानि निर्धारक, इंदौर, ब्रजेश कुमार यादव, अन्वेषक, सतना, चंद्रबली दहिया, मेसर्स शान ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर, सुनील कुमार पांडे, मेसर्स एस.के. तेंदू लीव्स के प्रोपराइटर. अनिल कुमार पांडे, मेसर्स अनिल कुमार पैनी के प्रोपराइटर सतना, साजन वर्मा, मेसर्स एसवी ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर सतना, प्रशांत पांडे, मेसर्स विंध्याचल इंटरप्राइजेज के प्रोपरािइटर सतना, दीपक कुमार पांडे, मेसर्स डीके ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर, सतना, रामानंद द्विवेदी, मेसर्स आरएन ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर , सतना और फक्कड़ चमरकर, मेसर्स पीसी ट्रेडिंग के कंपनी प्रोपराइटर, स्टाना, एमपी, ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के अज्ञात लोक सेवक और अज्ञात निजी व्यक्ति हैं।
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