मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा, उसके परिवारजन तथा करीबियों पर प्रवर्तन निदेशालय ईडी के छापे की कार्रवाई में करीब 33 करोड़ की संपत्ति मिली है। हालांकि ईडी की जांच अभी जारी है और उसे मिले दस्तावेजों से उसकी चल-अचल संपत्ति का और पता लगाया जा रहा है। पढ़िये रिपोर्ट।
ईडी ने तीन दिन पहले मध्य प्रदेश के बहूचर्चित पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के घर लोकायुक्त के छापे के बाद उसकी पत्नी, मां, सास, साले रोहित तिवारी सहित दोस्त चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल के आठ ठिकानों पर छापे मारे थे। लोकायुक्त छापे के बाद मारे गए इन छापों ईडी को करीब 33 करो़ड की संपत्ति का रिकॉर्ड भी मिला। इसमें सौरभ के करीबी चेतन सिंह के नाम की छह करोड़ की एफडी, सौरभ की कंपनियों व परिवार के सदस्यों के नाम के बैंक खातों में चार करोड़ रुपए की राशि के दस्तावेज भी मिले हैं। यही नहीं सौरभ की कंपनियों तथा उसके परिवारवालों के नाम से 23 करो़ड़ रुपए की संपत्ति भी मिली है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), भोपाल जोनल कार्यालय ने 27 दिसंबर को सौरभ, उसके करीबी चेतन सिंह, शरद जायसवाल, उसकी पत्नी, मां, साले रोहित तिवारी सहित चेतन सिंह व शरद जायसवाल के ठिकानों पर तलाशी ली गई। भोपाल, जबलपुर तथा ग्वालियर के आठ ठिकानों पर ईडी ने छापा मारी की थी। ईडी ने बैंक खातों तथा संपत्तियों के ब्योरा की पहचान करते हुए उनके विशेषलेष से पता चला कि सौरभ शर्मा ने जितनी भी संपत्तियां खरीदीं, वह परिवार के सदस्यों, दोस्तों के नाम से खरीदीी। अभी तक की जांच में ईडी ने जो भी संपत्त खरीदी वह उसके भ्रष्ट आचरण के माध्यम से हासिल की है। ईडी ने बयान जारी कर बताया है कि सौरभ ने 2021 से 2023 के बीच परिवहन विभाग में आरक्षक रहते हुए बड़ी जमीनों के सौदे किए। न केवल जमीनें खरीदीं बल्कि पैसा भी कमाया। जिजस गाड़ी से आयकर की टीम को 52 किलोग्राम सौना व 11करोड़ की भी अवैध रूप से संपत्ति कमाई की है।
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