आदिम जाति सेवा सहकारी समिति का एक प्रबंधक अगर सही ढंग से पूरी नौकरी में वेतन और पैतृक संपत्ति से कमाता तो उसकी संपत्ति करीब सवा करोड़ रुपए होती मगर जब लोकायुक्त की विशेष पुलिस स्थापना ने अनुपातहीन संपत्ति के मूल्यांकन के लिए छापे मारे तो चार गुना करीब साढ़े चार करोड़ से भी ज्यादा की संपत्ति पाई गई है। मामला मध्य प्रदेश के आदिवासी जिले धार का है। पढ़िये रिपोर्ट।
धार जिले में सरदारपुर तहसील के लाबरिया की आदिम जाति सेवा सहकारी समिति का प्रबंधक गोवर्धन मारू पटेल है जो 1984 में सेल्स मेन के रूप में सेवा में लगा था। उस समय उसका वेतन 300 रुपए प्रति माह था जो अब 65 हजार रुपए हो गया है। लोकायुक्त संगठन में उसके खिलाफ अनुपातहीन संपत्ति को लेकर जांच चल रही थी जिसमें आज उसके घर, फार्म हाउस, निजी गोडाउन में एकसाथ छापे मारे गए। अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि उसके पूरे सेवाकाल का वेतन और पैतृक संपत्ति से आय को मिला लिया जाए तो वह एक करोड़ 20 लाख रुपए का मालिक होता मगर आज के छापों में मिले दस्तावेजों में अब तक उसके पास करीब चार करोड़ 69 लाख रुपए से ज्यादा की संपत्ति है।
अलसुबह एकसाथ छापे मारी
गोवर्धन मारू पटेल के खिलाफ बुधवार को सर्च कार्रवाई के लिए लोकायुक्त पुलिस ने अलसुबह छह बजे एकसाथ घर, फार्म हाउस, निजी गोडाउन पर धावा बोला। लाबरिया में सरदारपुर बदनावर रोड स्थित आरोपी के आवास गृह पर सर्चिग की गई तो 2 लाख चार 115 रुपये नगदी, सोने के जेवर कुल 145 ग्राम जिनकी कीमत कुल 15 लाख 52550, चांदी कुल एक किलो 230 ग्राम जिसकी कीमत कुल 96219 रुपए मिली। इन्हें जप्त किए गए। घर पर फर्नीचर, मोबाइल, एसी आदि आधुनिक साजो सामान की कीमत 16 लाख 98,500 आंकी गई। घर करीब 1700 वर्गफीट के भूखंड पर दो मंजिल बना है जिसकी अनुमानित कीमत सरकारी गाइड लाइन से 82 लाख 86950 रुपए आंकी गई है। भूमि आदि के दस्तावेज भी छापे में प्राप्त हुये है। आठ बैंक खाते की जानकारी भी मिली है। गोवर्धन व उऩके परिवारजन के नाम की कई बीमा पॉलिसी भी मिली हैं।
फार्म हाउस पर छापे में करोड़ों की संपत्ति
लाबरिया में गायत्री स्कूल के पास लगभग 2 बीघा भूमि पर 1500 वर्गफीट का दो मंजिला फार्म हाउस एवं 4500 वर्गफीट पर आरसीसी का पक्का गोडाउन व डेयरी निर्माण किया गया है जिसकी सरकारी गाइडलाइन से कुल लगभग 1 करोड़ पांच लाख रुपए कीमत आंकी गई है। इसमें लगभग 500 क्विंटल सोयाबीन गोडाउन में रखी पाई है। खाद की 126 बोरी, 12 भैंस और गाय सहित 20 पालतू पशु पाए हैं। ट्रॉली, 2 ट्रैक्टर, सीड ड्रिल मशीन, रोटावेटर, कल्टीवेटर, एसी आदि सामग्री पाई है। यहां कुल 49 लाख 34859 रुपए की सामग्री पाई है। पास में ही नहर के पास खेत पर बोरिंग, कुआं, कमरे आदि का मूल्यांकन साढ़े नौ लाख रुपए का पाया गया है।.बदनावर रोड लाबरिया में राजू मैकेनिक के पास 960 वर्गफीट का गोडाउन और तलघर पाया है। इसको स्वयं की सोसायटी को 5000 रुपए किराए पर दिया हुआ है। कुल अनुमानित कीमत गाइडलाइन से 50 लाख रुपए पाई है। सामग्री 81384 रुपए की रखी पाई है।
कार-हार्वेस्टर व परिजनों के नाम संपत्ति
गोवर्धन के पास एक एक्सयूवी कार, एक हार्वेस्टर मशीन पार्टनरशिप में, एक मोटर साइकिल जिनकी कीमती 32 लाख 40000 रुपए पाई गई। गोवर्धन के पुत्र अरविंद, पत्नी, पुत्रवधू के नाम कुल 74 लाख 43500 रुपए कीमती क्रय करने के दस्तावेज मिले हैं। ये भूमि कुल 5 हेक्टेयर खरीदी है। आरोपी का एक और मकान देवनारायण मंदिर के सामने पाया है जो 2100 वर्गफीट का है जिसकी कीमत 30 लाख रुपए आंकी गई है। यह आवास किराए से दिया हुआ है। मामले को लोकायुक्त की विशेष पुलिस स्थापना इंदौर ने भ्रष्टाचार निवारण संशोधित अधिनियम 2018 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर विवेचना में ले लिया गया है।
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