सरकारी योजनाओं की राशि लेने में हितग्राहियों को परेशान कर उसमें से बड़ी राशि का हिस्सा ले लिया जाता है जिसका ताजा उदाहरण विदिशा में मछली बेचकर परिवार चलाने वाले व्यक्ति का है। उसे सरकारी योजना में जितनी राशि मिलना थी उसमें से करीब 28 फीसदी राशि देने वाले जिले के अधिकारी ने देने का प्रस्ताव हितग्राही को दिया जिसे लोकायुक्त की विशेष पुलिस स्थापना टीम ने रंगेहाथों पकड़ लिया। पढ़िये रिपोर्ट।
विदिशा के गंजबासौदा स्थित फ्रीगंज मोहल्ला में मछली बेचकर जीवनयापन करने वाले हरिराम रैकवार ने प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के तहत व्यापार के लिए लोडिंग ऑटो खरीदा था। इसके लिए उसने एक लाख 80 हजार रुपए योजना के तहत स्वीकृत कराए थे लेकिन इस राशि में 50 हजार रुपए जिला मत्स्य अधिकारी संतोष दुबे ने हरिराम से मांगे। इसके बाद ही योजना में स्वीकृत राशि देने की बात कही। हरिराम ने इसकी शिकायत लोकायुक्त विशेष पुलिस स्थापना भोपाल के एसपी को शिकायत की।
विदिशा में रंगेहाथों गिरफ्तारी
मछली विक्रेताओं को मिलने वाली प्रधानमंत्री मत्स्य योजना की अनुदान राशि में से रिश्वत का हिस्सा मांगने वाले विदिशा के जिला मत्स्य अधिकारी संतोष दुबे को सोमवार को उनके दफ्तर में रिश्वत की राशि लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया गया। निरीक्षक नीलम पटवा की टीम ने संतोष दुबे को रिश्वत लेते पकड़ने के बाद उनके हाथों के रंग को केमिकल से साफ कर साक्ष्य जुटाए।
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