-
दुनिया
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
ऑपरेशन सिंदूर ने बताया आतंकवादियों का छद्म युद्ध, प्रॉक्सी वॉर नहीं चलेगा, गोली चलाई जाएगी तो गोले चलाकर देंगे जवाब
-
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर कामलीला, नेताजी की महिला शिक्षक मित्र संग आशिकी का वीडियो वायरल
-
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा आंबेडकर संविधान जलाना चाहते थे, मनुस्मृति को तो गंगाधर सहस्त्रबुद्धे ने जलाया
-
WHO से भोपाल मेडिकल कॉलेज की मिजल्स-रूबेला की लेबोरेटीज को मान्यता, 17 फरवरी को होगी समीक्षा

विश्व के सबसे खतरनाक संक्रमित मिजल्स-रूबेला बीमारी की जांच सुविधाओं में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज की लेबोरेटीज को विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने मान्यता दी है। डब्ल्यूएचओ ने इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर 17 फरवरी को समीक्षा करने का लिखा है।
गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल में राष्ट्रीय मिजल्स रूबेला प्रयोगशाला (एनएमआरएल) भोपाल इकाई को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से प्रशंसा और मान्यता पत्र मिला है। पत्र में वैश्विक अनुशंसित प्रोटोकॉल के अनुसार इसे डब्ल्यूएचओ-कुशल प्रयोगशाला के रूप में मान्यता दी गई है। 2012 में स्थापित एनएमआरएल भोपाल लैब पश्चिमी मध्य प्रदेश के 32 जिलों में मिजल्स और रूबेला के उन्मूलन हेतु महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लैब का संचालन डॉ. दीप्ति चौरसिया विभागाध्यक्ष, के नेतृत्व में डॉ. जया लालवानी, सह – प्राध्यापक और डॉ. पी नागराज, वैज्ञानिक के द्वारा किया जा रहा है। डब्ल्यूएचओ द्वारा यह मान्यता उच्च गुणवत्ता वाले परीक्षण के लिए लैब की प्रतिबद्धता और क्षेत्र में मिजल्स और रूबेला उन्मूलन के चल रहे प्रयासों में इसके महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करती है।
Posted in: bhopal, bhopal news, desh, अन्य, दुनिया, देश, धर्म व संस्कृति, मध्य प्रदेश, मेरा मध्य प्रदेश, राज्य, स्वास्थ
Tags: bhopal, bhopal hindi news, bhopal khabar, bhopal khabar samachar, india, madhya pradesh, madhya pradesh . india
Leave a Reply