भारतीयों को इन दिनों राजनीति के रणनीतिकार गरीबी, भुखमरी, शिक्षा जैसे मुद्दों को दरकिनार करने के लिए मीडिया का उपयोग करते हुए भारत और इंडिया की बहस में उलझाकर रखे हैं। मीडिया भी प्राइम टाइम में इन मुद्दों पर बहस कराकर लोगों के दिलो-दिमाग में उन्हें ठूस रहा है। आम भारतीय भी इन बेवजह के विषयों पर चायपान की दुकानों, चौपाल-घर में बातें करता रहता है जबकि सिर के ऊपर छत नहीं, खाने को दो वक्त की रोटी नहीं और बच्चे स्कूल के बजाय काम करके परिवार के लिए रोज खाने के इंतजाम में हाथ बंटाते हैं। पढ़िये इस गंभीर विषय पर राजनीतिक रणनीतिकार अतुल मलिकराम की रिपोर्ट जो 2030 का भारत अभियान के संचालक भी हैं।
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