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मध्यप्रदेश के अशोकनगर में 1 सहायक उपनिरीक्षक सतीश रघुवंशी ने शनिवार को सुबह कोतवाली थाने के सामने टॉवर पर फांसी लगा ली. SI के कपड़ों में में दो लिफाफे मिले जिन्हें sp द्वारा छिपा लिया गया था. घटनास्थल पर परिजनों और भीड़ नहीं करीब 8 घंटे तक शव को उतारने नहीं दिया. T i और sI को सस्पेंड के जाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सकता.अशोकनगर में एक ऐसा ही सहायक उपनिरीक्षक सतीश रघुवंशी का कोतवाली से बहादुरपुर थाना स्थानांतरण हुआ था. तबादले के बाद रघुवंशी को केस डायरी नहीं सौंपने के आरोप में पुलिस अधीक्षक डी एस भदोरिया ने टीआई की अनुशंसा पर वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिए. इस से दुखी होकर मैं आज सुबह आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने के पूर्व उसने दो सुसाइड नोट लिफाफों में अपने कपड़े में रख लिए थे. सुसाइड नोट पुलिस अधीक्षक भदोरिया ने कथित रूप से मृत शरीर के कपड़ों में से निकाल कर अपने पास रख लीजिए क्योंकि सुसाइड नोट में पुलिस वालों के नाम थे.
घटना के बाद परिजनों और उसके परिचितों ने पुलिस का घेराव कर दिया. भेड़ के हंगामे के कारण करीब 8 घंटे तक लाश फासी पर लटकी रही. परिजनों का आरोप था कि रघुवंशी ने सुसाइड नोट में पुलिस अधीक्षक, टीआई और सब इंस्पेक्टर सिर्फ कुछ नाम लिखे थे जिनमें से यश नाम सुसाइड नोट में मिटा दिया गया. 8 घंटे हंगामे के बाद कोतवाली टीआई बीएस गौर गौर और SI रवि कौशल करने पर मामला शांत हुआ. पुलिस मुख्यालय ने सहायक उपनिरीक्षक की आत्महत्या को लेकर डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित की है जो मौत के कारणों की जांच करेगी.
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