मध्य प्रदेश में टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क में शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क का नाम भी जुड़ गया है। इसे राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने अधिसूचित कर दिया है और अब मध्य प्रदेश में यह आठवां टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क हो गया है। पढ़िये रिपोर्ट।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की तकनीकी समिति ने रविवार को माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित करने के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी है। एनटीसीए से अनुमति मिलने के बाद अब राज्य शासन को नोटिफिकेशन जारी करना है। अभी मध्य प्रदेश में सात टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क हैं जिनमें कान्हा, बांधवगढ़, सतपुड़ा, पेंच, पन्ना, संजय-दुबरी सीधी, वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व घोषित है। दमोह-सागर के बीच 2339 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले वीरांगना महारानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व को 2023 में अधिसूचित किया गया था जो मध्य प्रदेश का सातवां टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क बना था।
माधव टाइगर रिजर्व पार्क में दो बाघ छोड़े जाएंगे
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी एल कृष्णमूर्ति ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रस्तावित बाघ अभयारण्य का कोर क्षेत्र 375 वर्ग किलोमीटर, बफर क्षेत्र 1276 वर्ग किलोमीटर और कुल क्षेत्रफल 1751 वर्ग किलोमीटर होगा। समिति ने उद्यान में एक नर और एक मादा बाघ को छोड़ने को भी मंजूरी दी। यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देशों के बाद तैयार किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा की गई यह संरक्षण पहल माधव राष्ट्रीय उद्यान और कुनो राष्ट्रीय उद्यान में वन्यजीव प्रबंधन को मजबूत करेगी, जिससे स्थानीय समुदायों को अपेक्षित इकोटूरिज्म लाभ मिलेगा और क्षेत्र का विकास होगा।
Leave a Reply