मध्य प्रदेश में जातिवाद के ग्रसित लोगों ने दलित वर्ग के दूसरे दूल्हे को कुछ दिनों के भीतर मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया। ये दोनों ही मामले प्रदेश के मालवा क्षेत्र के इंदौर शहर के हैं। जानिये ये मामले कौन से हैं।
देश के सबसे स्वच्छ शहर मध्य प्रदेश के इंदौर में जातिवादी व्यवस्था से ग्रसित लोगों ने दलित वर्ग के लोगों को मंदिर जाने से एकबार फिर रोका है। इंदौर शहर के भीतर राजेंद्र नगर क्षेत्र में एक दलित वर्ग के दूल्हे को मंदिर के भीतर जाने से रोक दिया गया है। बलाई समाज के दूल्हे को खाती समाज के लोगों ने मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया हालांकि यह कहा जा रहा है कि विवाद बढ़ने से कुछ लोगों से हस्तक्षेप से दूल्हे को मंदिर में जाने की अनुमति दी गई। मगर दूल्हे ने उसे मंदिर में प्रवेश नहीं दिए जाने का विरोध जताई है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी इंदौर में ऐसी ही एक और घटना हो चुकी है। जिले के बेटमा क्षेत्र में भी एक दलित वर्ग के दूल्हे को मंदिर में जाने से रोका गया था और उस समय मनोज परमार व अन्य गणमान्य लोगों के हस्तक्षेप से दूल्हा व दुल्हन को मंदिर में प्रवेश मिल गया था।
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