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अनिरुद्धाचार्य ने अब पुरुष को ऐसा करने से नपुसंक होने के खतरे से किया सचेत

अध्यात्मिक गुरू और कथा वाचक डॉ. अनिरुद्धाचार्यजी महाराज ने पुरुषों में नपुंसकता के लिए जिन चीजों को खतरनाक बताया है, वह लगभग हरेक घर में आज मौजूद है। अनिरुद्धाचार्यजी ने कहा कि अगर ऐसे बर्तनों में पुरुषों को खाना पकाकर खिलाया जाता है तो वे न केवल नपुंसक हो जाते हैं बल्कि स्त्रियों को इससे नुकसान होता है। उन्होंने यह बातें अपनी कथा के दौरान किसी न किसी रूप में इस साल कई बार कहीं है और बार बार उनके द्वारा इसे दोहराया जा रहा है। जानिये आखिर किस धातु के बर्तनों को लेकर वे बार-बार कर रहे हैं सतर्क।
वृंदावन के गौरी गोपाल आश्रम के संस्थापक व कथा वाचक डॉ. अनिरुद्धाचार्य अपने अनोख अंदाज में कथा वाचन करने और खान-पान को लेकर अपने अनुयायियों को तरह तरह की सावधनियां बताकर सुर्खियों में रहते हैं। वे हास्य परिहास के बीच अपनी बात को अनुयायियों तक पहुंचाने में अब तक सफल रहते आए हैं। इस बार वे पुरुषों में नपुंसकता व महिलाओं के गर्भाश्य को कमजोर करने वाले कारणों को अपनी कथा में बार बार बता रहे हैं और अनुयायियों को प्रेरित कर रहे हैं कि वे सावधानियां बरते हैं अन्यथा उनको भी उपरोक्त शारीरिक कमजोरियां घेर लेंगी।
एल्यूमिनियम के बर्तन घातक
अनिरुद्धाचार्य कथा में इन दिनों बता रहे हैं कि एल्यूमिनियम के बर्तन किस तरह से घातक हैं। एल्यूमिनियम के बर्तनों में खाना-खाने से पुरुषों में नपुंंसकता आती है तो महिलाओं का गर्भाश्य कमजोर होता है। पुरुषों के एल्यूमिनियम के बर्तनों में खाना खाने से शुक्राणु मर जाते हैं तो महिलाओं का गर्भाश्य कमजोर होने से गर्भाधारण नहीं हो पाता है।
अंग्रेजों ने क्रांतिकारियों को कमजोर बनाने किया था उपयोग
अनिरुद्धाचार्य महाराज कथा में बताते हैं कि एल्यूमिनियम के बर्तनों का उपयोग सबसे पहले अंग्रेजों ने जेलों में शुरू किया था। जेलों में बंद होने वाले क्रांतिकारियों को कमजोर करने के लिए अंग्रेजों ने यह उपयोग किया था जिससे उन्हें बिना लड़ाई के ही कमजोर किया जा सके। अनिरुद्धाचार्यजी कथा में बताते हैं कि मगर आज हर घर में कूकर है जो एल्यूमिनियम का है और हर घर में महिला-पुरुषों को शारीरिक कमजोरी मिल रही है।
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