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विधानसभा चुनाव के बीच उमा भारती का हिमालय कूच, कई अधूरे काम गिनाते हुए गृह गांव को निकलीं
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की दिग्विजय सरकार को 20 साल पहले उखाड़ फेंककर भाजपा को सत्ता में लाने वाली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती 2023 के विधानसभा चुनाव के बीच हिमालय में ध्यान लगाने जा रही हैं। उन्होंने बिना किसी का जिक्र किए कहा है कि 20 साल बाद भी अभी तक गौसंवर्धन, गौरक्षण उपाय पूरे नहीं हुए तो धार की भोजशाला, रायसेन के सोमेश्वर महादेव तो विदिशा की विजयासेन देवी के पट अब तक बंद हैं जिस पर आत्मचिंतन की जरूरत है। पढ़िये रिपोर्ट।
उमा भारती ने विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद कुछ दिन पहले पार्टी नेतृत्व को अपनी उपलब्धता को लेकर संदेश दिया था लेकिन अब तक पार्टी की तरफ से कोई भी जवाब नहीं पहुंचा है। अब उमा भारती ने गुरुवार को चुनाव के बीच हिमालय में ध्यान करने का ऐलान कर दिया है। वे शुक्रवार को अपने गृह ग्राम डुंडा टीकमगढ़ पहुंच रही हैं जहां वे दो दिन रहेंगी। इसके बाद रामराजा सरकार के ओरछा मंदिर में दर्शन कर हिमालय के लिए रवाना हो जाएंगी।
बातों ही बातों में भाजपा को अधूरे काम गिनाए
उमा भारती ने शराब की अच्छी नीति लाने पर शिवराज की तारीफ की लेकिन कई अधूरे काम गिनाकर भाजपा को आत्मचिंतन की बात कह दी। भारती ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना 2017 शिलान्यास के लिए तैयार है तो गौसंवर्धन और गौरक्षक के उपाय भी पूरे नहीं हो पाए हैं। केंद्र और राज्य में दस साल से सरकार होने के बाद भी धार की भोजशाला के सरस्वती मंदिर के पट भी बंद हैं तो रायसेन के सोमेश्वर महादेव मंदिर और विदिशा की विजया देवी के मंदिर पर भी ताले लगे हैं जबकि केंद्रीय नेतृत्व के एक महत्वपूर्ण पदाधिकारी इसको लेकर आश्वासन भी दे चुके हैं। भारती ने कहा कि कांग्रेस की सरकार को 20 साल पहले ध्वस्त किया था लेकिन उस समय जो सपने देखे थे वे अभी कितने पूरे हुए उन पर हिमालय में आत्मचिंतन करेंगी।
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