मध्य प्रदेश में कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान का रिजल्ट अब जल्द ही आने की संभावना है और शनिवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन अभियान में निकले अमृत से नए जिला अध्यक्षों के नामों की सूची का ऐलान हो सकते है। संगठन सृजन अभियान में आए नामों के आधार पर यह कहा जा रहा है कि जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों में कई ऐसे फैसले दिखाई देंगे जिससे जिम्मेदारों को और जिम्मेदार बनाया जा सकता है। पढ़िये रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश कांग्रेस में राहुल गांधी के संगठन सृजन अभियान की सोच के बाद नए जिला अध्य़क्षों के नामों का जल्द ही ऐलान होने के कयास लगाए जा रहे हैं। दो दिन पहले भोपाल जब प्रदेश कांग्रेस के राजनीतिक मामलों की कमेटी की बैठक हुई थी और उसमें प्रभारी महासचिव से लेकर प्रदेश के आला नेताओं की मौजूदगी थी, तब इस सूची का इंतजार किया जा रहा था। मगर उस दिन जिला अध्यक्षों की सूची बाहर नहीं आ सकी तो अब माना जा रहा है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन कांग्रेस में संगठन की मजबूत रीढ़ जिला अध्यक्षों के नामों का ऐलान किया जा सकता है। हालांकि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से सूची के इंतजार को लंबा कर दिया गया और शुक्रवार की रात तक जब सूची नहीं आई जबकि दो दिन पहले हरियाणा के जिला अध्यक्षों का ऐलान किया जा चुका था। इसके बाद यह कहा जाने लगा कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन मध्य प्रदेश के जिला अध्य़क्षों की सूची जारी हो सकती है। ऐसे कयासों की वजह से जो जिला अध्यक्षों की दावेदारी कर रहे हैं या जिन्हें ज्यादा उम्मीद है, उनकी रात की नींद उड़ गई है।
विधायक-पूर्व विधायकों को मिलती है मारपीट
संगठन सृजन अभियान में दिल्ली के आब्जर्वर ने मध्य प्रदेश कांग्रेस संगठन द्वारा जिलेवार अपने निष्ठावान, वरिष्ठ नेाओं के साथ उन्हें जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी करने वाली पैनल तैयार करने का दायित्व दिया गया था। कई दिनों के दौरों व नेताओं से रायमशविरा के बाद दिल्ली के आब्जर्वर ने एआईसीसी को रिपोर्ट सौंप दी है। मध्य प्रदेश के साथ जिस हरियाणा राज्य में ऐसे आब्जर्वर भेजे गए थे, वहां दो दिन पहले जिला अध्यक्षों के नामों का ऐलान कर दिया गया है। अब मध्य प्रदेश में सूची इंतजार है। कहा जा रहा है कि आधा दर्जन से ज्यादा विधायकों को जिलों की कमान सौंपी जा सकती है। सूत्र बताते हैं कि जिन विधायकों को यह दायित्व सौंपा जा सका है उनमें दिग्विजय सिंह के परिवार और उनके समर्थकों से जुड़े विधायकों के अलावा कमलनाथ समर्थक विधायकों के नाम भी सामने आए हैं।
एमपी-हरियाणा के बाद चार राज्यों में चलेगा सृजन अभियान
कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान मध्य प्रदेश-हरियाणा के बाद अब पंजाब, उत्तराखंड, झारखंड व उड़ीसा में इसे चलाए जाने की तैयारी चल रही है। यहां से काम निपटाने के बाद उत्तर भारत के हिंदी भाषी राज्यों में यह नया प्रयोग शुरू किया ज रहा है।
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