उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह के ऊपर औंकारेश्वर मंदिर और उनके भी ऊपर भगवान नागचंद्रेश्वर का मंदिर है जिसके द्वार साल में एक ही बार खुलते हैं। वह दिन नागपंचमी है और सोमवार-मंगलवार की मध्य रात को मंदिर के पट खुले तो उनका मंदिर के महंत व कई प्रमुख लोगों ने पूजा अर्चना की। पढ़िये रिपोर्ट।
उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह के ऊपर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर के पट साल में केवल नागपंचमी के दिन खुलते हैं। यह परंपरा का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि यहां दर्शन मात्र से नागदोष, कालसर्प दोष और अन्य बाधाएं दूर हो जाती हैं। इस मंदिर के नाग पंचमी पर्व पर द्वार मध्य रात्रि में पट खुले जिसके बाद भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए श्रद्धालुजनों की भीड़ उमड़ी। श्री पंचायती महानिर्वाणीअखाडा श्री महाकालेश्वर मंदिर के महंत विनितगिरी महाराज ने विधि विधान से भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन किया। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री गौतम टेटवाल , लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती सम्पतिया उइके एवं अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद थे । श्री नाग चंद्रेश्वर की प्रतिमा के पूजन के पश्चात श्री नागचंद्रेश्वर के शिवलिंग का पूजन और अभिषेक किया गया।
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