मध्य प्रदेश में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक दिन के प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के रिश्तों पर हमला बोला। ऑपरेशन सिंदूर पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी, ट्रम्प की जी हुजूरी करते हैं और उनके इशारे पर ही सीजफायर का फैसला लिया गया। वहीं, राहुल गांधी के प्रवास पर राजनीतिक उस समय गरमा गई जब राहुल की दादी इंदिरा गांधी को जूते पहनकर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए वीडियो वायरल हुई और भाजपा ने संस्कारों को लेकर चुटकी ली तो कांग्रेस का इस बार पलटवार आया जिसमें भाजपा नेताओं के जूते पहनकर पुष्पांजलि देती हुई तस्वीरों को शेयर किया। पढ़िये राहुल गांधी की भोपाल यात्रा पर पूरी रिपोर्ट।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान की शुरुआत करने के लिए लंबे अंतराल बाद भोपाल आए राहुल गांधी ने पार्टी की कई बैठकों में हिस्सा लिया। राहुल गांधी ने ऑपरेशन सिंदूर के सीजफायर फैसले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के रिश्तों से जोड़ा। उन्होंने वे भाजपा और आरएसएस को अच्छी तरह जानते हैं और थोड़े से ही दबाव में झुक जाते हैं। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उन्होंने सीजफायर पर तंज कसा कि जैसे ही डोनाल्ड ट्रम्प का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन आया और हालचाल पूछते हुए सरेंडर का संदेश दिया। तुरंत सरेंडर हो गए और सरेंडर करने को उन्होंने भाजपा की परंपरा बताया। कांग्रेस और कांग्रेस नेताओं को सुपर पॉवर से लड़ने वाला बताया।
पुष्पांजलि अर्पित करने में जूते पहनने पर संस्कारों की बात
राहुल गांधी के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पहुंचने के बाद इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते समय उनकी जूते पहनने हुए वीडियो वायरल हुई और प्रदेश की राजनीति गरमा गई। भाजपा ने इसको लेकर राहुल गांधी के संस्कारों को लेकर टिप्पणी की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी उनके इस तरह पुष्पांजलि देने को गलत बताया तो कांग्रेस ने इसके पलटवार में इस बार देरी नहीं की। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के कुछ अन्य नेताओं की पुष्पांजलि वो तस्वीरें वायरल कर दीं जिनमें वे जूते पहनकर पुष्पांजलि दे रहे हैं।
राहुल के काफिल की सुरक्षा में चूक
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक भी हुई जिसमें उनके काफिले के रास्ते में भीड़ द्वारा बीच सड़क पर आकर उनकी कार को घेर लिया गया। हालांकि इस दौरान राहुल गांधी या उनके काफिले में शामिल किसी सुरक्षाकर्मी या नेता को कुछ नहीं हुआ मगर भीड़ गांधी की कार के बोनट पर पहुंचकर नारेबाजी करती रही। कुछ मिनिट तक यह दृश्य सड़क पर दिखाई और उसकी वीडियो व तस्वीरेंं सोशल मीडिया पर वायरल भी हुईं। बाद में पुलिसकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित कर काफिले को आगे रवाना किया।
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