मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के छतरपुर जिले के बड़ा मलहरा की डिकोली समिति में किसान ब्याज माफी में करीब तीन करोड़ रुपए का घोटाला सिद्ध हो गया है जिसकी वसूली करने के आदेश अपर मुख्य सचिव ने कलेक्टर को भेजे हैं। अब करीब साढ़े पांच सौ से ज्यादा अपात्र किसानों के खातों में पहुंची किसान ब्याज माफी की राशि की वसूली कैसे होगी, यह कलेक्टर को तय करना है। पढ़िये रिपोर्ट।
छतरपुर जिले की डिकोली समिति में किसानों की ब्याज माफी योजना के 292.54 लाख रुपए की राशि अपात्र किसानों को दे दिए जाने का मामला प्रकाश में आया था। इसकी जांच राज्य शासन ने संयुक्त आयुक्त सहकारिता संभाग सागर से कराई थी। इस जांच के बाद सहकारिता के अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल ने कलेक्टर छतरपुर को पिछले दिनों 15 मई 2025 को पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने साफ तौर पर लिखा है कि डिकोली समिति में किसान ब्याज माफी में चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए 567 अपात्र किसानों को राशि दे दी गई। संयुक्त आयुक्त सहकारिता संभाग सागर ने जांच में इस गड़बड़ी की पुष्टि करते हुए 567 किसानों की राशि 292.54 लाख अपात्र पाई गई। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि गबन की गई यह राशि समिति प्रबंधक से वसूल कर शासकीय खाते में जमा कराना सुनिश्चित किया जाए। गौरतलब है कि किसान ब्याज माफी में गड़बड़ी को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती विद्या देवी अग्निहोत्री के पति एवं समिति प्रबंधक हरिओम अग्निहोत्री पर गंभीर आरोप लगे थे। इसके बाद ही राज्य शासन ने जांच कराने के आदेश दिए थे। देखना यह है जिला प्रशासन कब दोषी व्यक्ति पर एफआईआर करवा कर गबन की राशि शासकीय खाते में जमा करवा पाता है।
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