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कर्नल सोफिया कुरेशी पर टिप्पणी करने वाले मंत्री शाह का मकराई रियासत से नाता, महाराजा का बनने के अधिकारी

मध्य प्रदेश के मोहन सरकार के मंत्री विजय शाह कर्नल सोफिया कुरेशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर जिस तरह समाज में घिर गए हैं, आज उनके बारे में हर कोई जानना चाहता है। विजय शाह राज्य सरकार के मंत्री तो हैं ही, वे करीब 450 साल पुरानी रियासत की महाराजा की गद्दी के अधिकारी भी हैं। रियासत के महाराजा का करीब नौ महीने पहले निधन हो चुका है और उस गद्दी पर उनकी दावेदारी सबसे ज्यादा बताई जा रही है। विजय शाह ने कर्नल कुरेशी पर की टिप्पणी के बाद जो सपाई दी, उसमें अपने परिवार के सेना से संबंध का जिक्र किया था मगर ज्ञात इतिहास को देखें तो शाह परिवार का कभी सेना से संबंध नहीं रहा है। तो जानिये विजय शाह की कौन सी रियासत है जहां से उनका नाता है और रियासत का क्या रहा है इतिहास।
मध्य प्रदेश की जीवनदायिनी नर्मदा नदी के किनारे पर बसा है हरदा जिला जिसका हरसूद क्षेत्र इंदिरा गांधी सागर बांध बनने की वजह से डूब में आ गया था और बड़ी आबादी विस्थापित की गई थी। इस क्षेत्र में करीब साढ़े चार सौ साल पहले गोंड राजा कर्कट राय ने मकराई रियासत की स्थापना की थी। यह रियासत 1663 में स्थापित हुई और इसके जंगली इलाके में सिंधिया-पेशवा योद्धाओं ने कब्जा भी किया। फिर ब्रिटिश साम्राज्य के समय भी इस पर अंग्रेजों ने कब्जा किया और दीवान की नियुक्ति की शर्त के साथ उसे उन्होंने लौटाया था।
इन गोंड राजाओं ने यहां राज किया
इतिहास के जानकारों की मानें तो यहां 1749 में रानी बिरज कुने के अलावा शासकों में सभी राजा रहे थे और 1663 में मकरंद शाह ने सबसे पहले शासन संभाला। रानी बिरज कुने के अलावा यहां धर शाह, भरत शाह, उदय शाह, देवी शाह हथरिया राय, लच्छू शाह हथरिया, छत्रसाल शाह हथरिया राय, दृगपाल शाह, साहिब टोडर शाह जैसे शासकों ने यहां राज किया और 2012 में महाराजा की गद्दी विजय शाह के सबसे बड़े भाई अजय शाह को दी गई जिनका अगस्त 2024 में निधन हो गया है। अभी यह गद्दी किसी को नहीं मिली है लेकिन महाराजा अजय शाह के बाद दूसरे नंबर के भाई विजय शाह ही हैं और इस गद्दी पर बड़ा अधिकार उनका ही माना जा रहा है।
विजय शाह की मौजूदा पीढ़ी को जानें
गोंड राजाओं के वंशज और राज्य के कैबिनेट मंत्री विजय शाह साहिब टोडर शाह के पुत्र युवराज देवी शाह के चार बेटों में से एक हैं। युवराज देवी शाह के चार बेटों में सबसे बड़े अजय शाह थे जो बैंक की नौकरी से रिटायर्ड होने के बाद कांग्रेस पार्टी में अनुसूचित जनजाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष बन गए थे। उनका निधन हो चुका है। दूसरे नंबर के विजय शाह हैं तो तीसरे नंबर के भाई धनंजय शाह हैं जो राज्य पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हैं। विजय शाह के चौथे नंबर के भाई संजय शाह हैं जो भाजपा के पूर्व विधायक हैं। युवराज देवी शाह की चार बेटियां भी हैं जिनमें किरण, उमा, पूर्णिमा और अर्चना शामिल हैं। इनमें से उमा व अर्चना का विवाह नेपाल में हुआ तो किरण का अनूपपुर व पूर्णिमा का मुरैना में हुआ।
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