जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों के धर्म पूछकर गोलियां दागने वाली आतंकी हमले की घटना को लेकर पूरा देश एकजुट हो गया है। मोदी सरकार के आतंकी हमले को लेकर लिए जाने वाले हर फैसले के साथ भाजपा ही नहीं कांग्रेस, एआईएमआईएम जैसी विपक्षी पार्टियां भी साथ देने के लिए खड़ी हो गई हैं। पढ़िये आतंकी हमले के बाद देश में बने हालातों पर राजनीतिक पार्टियों व विभिन्न संगठनों की गतिविधियों पर हमारी रिपोर्ट।
पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले की घटना ने पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरो दिया है। राजनीतिक पार्टियों ने वैचारिक मतभेदों को एकतरफ रखते हुए केंद्र की मोदी सरकार के साथ खड़े होने का फैसला किया है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने घटना की निंदा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी घटना को अंजाम देने वालों को चुनौती दी और कहा कि वे दुनिया में किसी भी छोर में छिपे हों उनका पीछा किया जाएगा, पहचान की जाएगी, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने बाद में बयान दिया कि आतंकी हमले को लेकर सरकार जो भी कदम उठाएगी पार्टी उस फैसले का समर्थन करेगी। वहीं, एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नाम-धर्म और समुदाय पूछकर गोली मारने वाले कुत्तों को सजा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे यह सबको पता है।
पाक एक्टर की फिल्म भारत में प्रतिबंधित
पहलगाम के आतंकी हमले के बाद पाक एक्टर फवाद खान की आने वाली फिल्म अबीर गुलाल का विरोध होने लगा है। इस फिल्म पर प्रतिबंध की मांग सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। बताया जाता है कि इस फिल्म के भारत में रिलीज नहीं करने की खबरें भी सामने आई हैं।
आतंकी हमले पर भाजपा-कांग्रेस के विरोध
आतंकी हमले के खिलाफ भाजपा ने भोपाल में रोशनपुरा चौराहा पर प्रदर्शन किया। मार्च निकाला गया। इसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा व भगवानदास सबनानी सहित कई नेता शामिल हुए। इसके अलावा भोपाल में कई जगह पाकिस्तान के पुतले जलाए गए। ग्वालियर में कांग्रेस ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पुतला जलाया। कांग्रेस राज्यसभा सांसद अशोक सिंह, विधायक सतीश सिकरवार, शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा के नेतृत्व में यह प्रदर्शन हुआ।
26 को भोपाल बंद का आव्हान
भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज नेआतंकी हमले की निंदा की और कहा कि हमले में मारे गए लोगों के परिवारजनों के साथ संगठन खड़ा है। हमले के विरोध प्रदर्शन स्वरूप भोपाल बंद का ऐलान करते हुए 26 अप्रैल को भोपाल के समस्त व्यापारियों एवं व्यापारिक संगठनो से आग्रह किया कि विरोध हेतु पूरे भोपाल को बंद रखें।
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