-
दुनिया
-
बागेश्वर सरकार की ज़िंदगी पर शोध करने पहुची न्यूजीलैंड के विश्वविद्यालय की टीम
-
Rahul Gandhi ने सीजफायर को BJP-RSS की सरेंडर की परंपरा बताया, कहा Modi करते हैं Trump की जी हुजूरी
-
ऑपरेशन सिंदूर ने बताया आतंकवादियों का छद्म युद्ध, प्रॉक्सी वॉर नहीं चलेगा, गोली चलाई जाएगी तो गोले चलाकर देंगे जवाब
-
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर कामलीला, नेताजी की महिला शिक्षक मित्र संग आशिकी का वीडियो वायरल
-
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा आंबेडकर संविधान जलाना चाहते थे, मनुस्मृति को तो गंगाधर सहस्त्रबुद्धे ने जलाया
-
पुलिस आयुक्त के नाम से सायबर क्रिमिनल्स ने की ठगी, छह सदस्यीय गिरोह का पर्दाफाश

भोपाल के पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्रा की सायबर ठगों ने उनकी तस्वीर के साथ फर्जी आईडी बनाकर लोगों को ठगा जिसके अब तक छह सदस्यों की गिरफ्तारी हो चुकी है। यह गिरोह भोपाल पुलिस कमिश्नर के नाम किसी को फर्जी सिम देकर ठगता तो कभी मैसेंजर के माध्यम से सस्ते दामों में फर्नीचर देने के नाम पर ठगता था। पढ़िये रिपोर्ट।
भोपाल पुलिस आयुक्त के नाम की फर्जी फेसबुक आई.डी. बनाकर ठगी करने वाले सातिर गिरोह के सरगना को फर्जी तरीके से सिमकार्ड चालू कर देने वाले चार आरोपियो के गिरोह को सायबर क्राईम ब्रांच भोपाल ने सिरोंज विदिशा से गिरफ्तार कर भेजा सलाखो के पीछे भेज दिया है। इन लोगों द्वारा घर-घर जाकर अलग-अलग गॉव मे फ्री मे सिम देने का झांसा दिया जाता था। गिरोह एक बार मे 2 सिम निकालने के बाद एक सिम ग्राहक को देकर दूसरी सिम स्वंय रख लेता था।ठगी करने वाले गिरोह को फर्जी सिम देकर मोटी रकम लेता था। लगभग 150 सिमो को सायबर अपराधियो के दे चुका है। इन्ही सिमो से सायबर अपराधी ठगी करते है।
फर्जी फेसबुक एड्रेस से मैसेज फेजा
भोपाल के महेश कुमार द्वारा सायबर क्राइम में शिकायत की थी कि फर्जी FACEBOOK ID-“Hari Narayan” के मैसेन्जर से मैसेज आया जिस पर IPS हरि नारायणचारी मिश्रा की फोटो लगी थी। इस पर एक मैसेज मिसा जिसमें पुराना फर्नीचर बेचने के नाम पर आरोपी ने आवेदक को क्यूआर भेजकर 45 हजार रुपए धोखाधडीपूर्वक ट्रांसफर करा लिए। जांच में आए तथ्यो एवं प्राप्त तकनीकी जानकारी के आधार पर थाना क्राईम ब्रांच मे अपराध कायम कर विवेचना में शुरू कर दी।
फजीर् आईडी बनाकर किया संदेश
हरिनारायणाचारी मिश्र की फोटो का उपयोग कर “Hari Narayan” नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाई और उनकी असली फेसबुक आईडी से जुड़े लोगों से दोस्ती की। इसके बाद वे मैसेंजर पर चैट के माध्यम से एक अन्य अधिकारी के ट्रांसफर का बहाना बनाकर सस्ते दामों पर फर्नीचर बेचने की बात करते थे। आरोपी व्हाट्सएप के जरिए कीमती फर्नीचर के फोटो भेजते थे और इन्हें सस्ते दामों में बेचने का झांसा देते थे। साथ ही, फर्नीचर का बिल बनवाने और ट्रांसपोर्ट से भेजने के नाम पर लोगों से फर्जी बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाकर धोखाधड़ी करते थे।
गिरोह के सरगना का सिमकार्ड से चालू की सिम
गिरोह के सरगना को फर्जी तरीके से सिमकार्ड चालू कर देने बाले चार आरोपियो के गिरोह को सिरोज विदिशा के गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से अब तक चार मोबाइल फोन, 36 सिम कार्ड व अन्य दस्तावेज जप्त किये गये है। पूर्व मे मुख्य सरगना सहित दो आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। अभी तक कुल छह आरोपीगण को गिरफ्तार किया गया है।
बचिये इन बदमाशों से
पुलिस ने सायबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, उनमें विदिशा लटेरी का आकाश नामदेव, सिरोंज का राहुल पंथी व विवेक रघुवंशी, सिरोंज के विवेक रघुवंशी और गरेठा का हरीसिंह कुर्मी है। आकाश सिम एक्टिवेट करता था तो राहुल आकाश से खरीदी गई सिम को गिरोह के सदस्यों तक भेजता था। ग्रेजुएट विवेक राहुल से खरीदी गई सिम गिरोह तक पहुंचाता था और सोनू विवेक से खरीदी गई सिम को गिरोह तक पहुंचाता था। इसके पूर्व गिरोह के दो सदस्य सुनील कुमार प्रजापति व शकील मोहम्मद को गिरफ्तार किया जा चुका है। अतः इन अपराधियों को पहचान लें और उनके झांसे में कभी नहीं आएं।
Posted in: bhopal, bhopal news, desh, अन्य, ज्ञान-विज्ञान, दुनिया, देश, मध्य प्रदेश, मेरा मध्य प्रदेश, राज्य, व्यापार
Tags: bhopal, bhopal khabar samachar, crime, india, madhya pradesh, madhya pradesh . india, police
Leave a Reply