बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में चार हाथी की मौत, पांच बीमार, जहरखुरानी की आशंका, वन विभाग में हड़कंप मचा मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों के झुंड को जहर दिया गया है जिससे चार हाथी की मौत हो गई। पांच हाथी बीमार हैं। हालांकि जहरखुरानी की घटना को लेकर अभी वन विभाग की ओर से कोई अधिकृत बयान नहीं दिया गया लेकिन विभाग में घटना से हड़कंप मच गया है और उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। पढ़िये रिपोर्ट।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली और पतौर कोर रेंज के सलखनिया बीट में हाथियों के झुंड में शामिल चार हाथी दोपहर को मृत अवस्था में देखे गए। टाइगर रिजर्व के कर्मचारियों ने इन हाथियों को मरी हुई हालत में देखा तो आसपास के क्षेत्र में तलाश शुरू की। आसपास के इलाके में पांच हाथी बीमार हालत में पाए गए। झुंड में 13 हाथी थे जिनमें से अभी चार स्वस्थ बताए जा रहे हैं। मृत हाथियों में एक नर और तीन मादा हैं जिनका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। साथ ही घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र की वन विभाग ने तलाशी शुरू कर दी है।
बांधवगढ़, संजय टाइगर रिज़र्व और स्कूल ऑफ वाइल्डलाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ जबलपुर के वन्यजीव स्वास्थ्य अधिकारियों और वन्यजीव पशु चिकित्सक की मेडिकल टीमें जंगली हाथियों का इलाज कर रही हैं। एसटीएसएफ जबलपुर एवं भोपाल की टीम भी जांच करने हेतु स्थान पर पहुंच चुकी हैं। पार्क प्रबंधन एवं वन्यजीव चिकित्सक लगातार भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के विशेषज्ञों से भी लगातार परामर्श लिया जा रहा है। फिलहाल मुख्य ध्यान अस्वस्थ हाथियों के उपचार और उन्हें खतरे से बाहर निकालने पर है। पोस्टमार्टम और गहन जांच तथा पूरे इलाके की तलाशी के बाद मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सकता है।
कांग्रेस ने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने इसे वन प्रबंधन की आपराधिक लापरवाही बताया है। उन्होंने कहा कि घटना वन प्रबंधन की लापरवाही के साथ वन्यप्राणियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है।
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